Kanha Tiger Reserve: मध्य प्रदेश के मंडला जिले के कान्हा टाइगर रिजर्व (केटीआर) में एक बाघ के मरने की खबर सामने आई है. जानकारी के अनुसार केटीआर में एक बाघ गुरुवार को मृत पाया गया है. एक वन अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एसके सिंह ने बताया कि गुरुवार को वनकर्मियों के एक दल को करीब तीन साल का एक बाघ मरा हुआ मिला, जिसकी सूचना दी गई.
क्या कहना है केटीआर के क्षेत्र संचालक का?
वनकर्मियों को गुरुवार को मिले बाघ के शव के संबंध में जानकारी देते हुए कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एसके सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया सबूत बताते हैं कि करीब दस दिन पहले क्षेत्र के वर्चस्व की लड़ाई में एक अन्य बाघ के साथ संघर्ष में यह बाघ मारा गया है. उन्होंने बताया कि इससे पहले 8 फरवरी को भी कान्हा टाइगर रिजर्व के सुरक्षा गार्ड को एक बाघिन का शव मिला था. ताजा मामले पर बात करते हुए अधिकारी ने आगे कहा कि मृत बाघ का परीक्षण और अन्य औपचारिकताएं पूरी की गईं है. उन्होंने कहा कि इसके बाद राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए मृत बाघ को जला दिया गया.
बता दें कि कान्हा टाइगर रिजर्व, जिसे कान्हा राष्ट्रीय उद्यान भी कहा जाता है, जो देश के बाघों के भंडार में से एक है और यह मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है.
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