MP News: सतना में सीवर लाइन का काम करते हुए 25 फीट नीचे मिट्टी में दबा मजदूर, रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी से हुई दर्दनाक मौत
Satna News: सतना में सीवर लाइन के काम के दौरान मिट्टी धंसने से एक मजदूर उसके नीचे दब गया. वहीं 7 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उसकी मौत हो गई. परिजनों ने ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के सतना (Satna) में सीवर लाइन के काम के दौरान एक मजदूर की मौत हो गई. गुरुवार (11 जनवरी) को लगभग शाम 5 बजे शहर के मारुति नगर शारदा कॉलोनी में चल रहे सीवर लाइन के काम के दौरान करीब 25 फीट गड्ढे में अचानक मजदूर गिर गया और मिट्टी के नीचे दब गया. वहीं रात 12:30 बजे मजदूर को मृत अवस्था में बाहर निकाला गया. इस हादसे के बाद मृतक के बड़े भाई ने ठेकेदार पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
सतना शहर के नगर निगम सीमा के अंतर्गत सिविल लाइन प्रोजेक्ट के अंतर्गत पाइप लाइन और चैंबर बनाने का काम किया जा रहा है. इसके तहत शहर के 1 से लेकर 45 वार्डों के अंदर सड़क को खोदकर सीवर लाइन का काम किया जा रहा है. इसी के तहत शहर के मारुति नगर शारदा कॉलोनी में चल रहे काम के दौरान खोदे गए करीब 25 फीट गड्ढे में ग्वालियर निवासी 25 वर्षीय मजदूर राम खिलाड़ी कुशवाहा पाइप लाइन डालने का काम कर रहे थे. इसी दौरान अचानक मिट्टी धंस गई और मजदूर मिट्टी के नीचे दब गया.
ठेकेदार ने खुद की निकालने की कोशिश
वहीं एक घंटे तक ठेकेदार और अन्य मजदूरों ने किसी भी अधिकारी को सूचना नहीं दी और खुद ही मजदूर को बाहर निकलने का प्रयास किया, लेकिन जब असंभव लगा तब अधिकारियों को सूचना दी गई. सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर काम करने वाली जेसीबी मशीन के अलावा दो चैन माउंटेन की जेसीबी मशीन मंगाई गई. करीब 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन चालू कर दिया गया और यह रेस्क्यू ऑपरेशन रात 12:35 बजे तक चला, जिसके बाद मजदूर को बाहर निकाला गया. इसके बाद उसे जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मृतक के भाई ने ठेकेदार पर लगाया ये आरोप
इस मामले पर मृतक के बड़े भाई रामनरेश कुशवाह ने ठेके दार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है. वहीं इस मामले पर एसडीएम बीर का कहना है कि सीवर लाइन के काम के दौरान मिट्टी धंसने से मजदूर उसके नीचे दब गया था. रेस्क्यी ऑपरेशन के बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में कंपनी से बात की जाएगी और सुरक्षा नियमों का पालन करवाया जाएगा. वहीं कंपनी ने सिक्योरिटी का ध्यान रखा था या नहीं यह जांच के बाद पता चलेगा.