(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मध्य प्रदेश: लसूड़िया परिहार में लगी सांपों की अदालत, क्या है मान्यताएं?
MP News: इछावर विधानसभा अंतर्गत गांव लसूड़िया परिहार में हर साल की तरह इस साल भी गांव के मंदिर में सांपों की अदालत का आयोजन किया गया.
MP Lasudia Parihar Snake Court: इस साल भी दीपावली पर्व के दूसरे दिन लसूड़िया परिहार में सांपों की अदालत का आयोजन किया गया. इसमें दूर दराज से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. देखने वालों का तांता लगा रहा. जैसे ही कांडी की धुन बजने लगी, वैसे ही सांप पीड़ित लोग लहराने लगे और काटने का कारण बताने लगे. इस दौरान एक व्यक्ति के शरीर में आई नागिन की आत्मा ने कहा कि इसने मेरा जोड़ा बिछड़ गया, इसलिए इसे मैंने काटा.
गांव के बुजुर्गों के अनुसार यह परंपरा 100 साल से भी अधिक समय से जारी है. इस अनूठी अदालत में भोपाल-सीहोर नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों से सांप पीड़ित पहुंचे. कोई चार पहिया तो कोई दो पहिया वाहनों से यहां पहुंचा. यह गांव इंदौर भोपाल हाईवे किनारे स्थित है नतीजतन कई लोगों बसों के माध्यम से भी यहां पहुंचे.
'कांडी बजते ही लहराए लोग'
इस साल दीपावली पर्व पर संशय बना हुआ था कि 1 नवंबर को है या 2 नवंबर को. हालांकि लसुडिया परिहार गांव के इस मंदिर पर ही आज पड़वा का पर्व मनाया गया. नतीजतन निर्धारित परम्परानुसार दीपावली के दूसरे दिन गांव के हनुमान मंदिर में सांपों की अदालत का आयोजन शुरू किया गया. मंदिर के पुजारी (पंडाजी) द्वारा जैसे ही कांडी बजाई गई, वैसे ही सांप पीड़ित लोग सांप की तरह लहराने लगे.
'नहीं करुंगी परेशान'
इस अनूठी अदालत में जिन्हें साल भर में सांप ने काटा हो, वह एक-एक कर इसी अनूठी अदालत में सामने आने लगे. जिस व्यक्ति को सांप ने काटा उस व्यक्ति के शरीर में वह सांप आया और काटने का कारण बताने लगा. इस दौरान एक 35 वर्षीय व्यक्ति कारण बताते हुए कहने लगा कि इसने मेरा जोड़ा बिछाड़ाया (मेरे सांप को मारा) इसलिए मैंने इसे काटा है. इसके बाद पंडा जी के वचन लेने पर संबंधित व्यक्ति ने कहा कि आज के बाद मैं इसे परेशान नहीं करुंगी. इसी तरह अनेक लोग तरह-तरह के कारण बताते नजर आए.
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