MP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में युवा मतदाताओं की भूमिका अहम होगी. प्रदेश की दो प्रमुख सियासी दल कांग्रेस और बीजेपी की नजर युवा मतदाताओं पर है. इस क्रम में युवाओं के लिए इंफ्लुएंसर्स मीटिंग आयोजित की जा चुकी है, जो सोशल मीडिया के जरिए युवाओं की टोली को साधने का काम करेगी. इसके अलावा युवाओं को साधने के लिए दोनों ही दल चुनावी घोषणापत्र में लोकलुभावन वादा करने की उम्मीद है. इंदौर जिले में भी युवाओं की अच्छी खासी संख्या है, युवा मतदाताओं के बूते पर बीजेपी- कांग्रेस सत्ता का रास्ता आसान करना चाह रही हैं.


इंदौर जिले की बात करें तो यहां मतदान में युवाओं की प्रमुख भूमिका होगी. आंकड़ों के अनुसार इस बार लोकसभा चुनावों में 21 फीसदी अधिक युवा मतदाता हैं यानी पूरा फोकस युवाओं पर ही रहने वाला है. विधानसभावार युवा मतदाताओं की भूमिक निर्णायक है.  वर्तमान में इंदौर जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 27 लाख 92 हजार 221 है. इनमें युवा मतदाताओं की संख्या 6 लाख 60 हजार 761 है यानि इंदौर में कुल मतदाताओं में से 23.66 फीसदी युवा मतदाता हैं. 


युवाओं की भूमिका अहम क्यों?
इंदौर विधानसभा 1 में कुल 3 लाख 69 हजार 147 मतदाता हैं. इनमें 86 हजार 710 युवा मतदाता हैं, यानी यहां पर 23.48 फीसदी युवा मतदाता हैं. इसी तरह विधानसभा 2 में कुल 3 लाख 51 हजार 582 मतदाता हैं, जिनमें से कुल 76 हजार 87 यानी कुल 21.64 फीसदी युवा मतदाता हैं. विधानसभा 3 में कुल 1 लाख 87 हजार 717 मतदाता हैं, इनमें युवा मतदाता 41 हजार 316 यानी कुल 22.09 फीसदी युवा मतदाता हैं. विधानसभा 4 में कुल 2 लाख 42 हजार 522 मतदाता हैं, इनमें युवा मतदाता 52 हजार 481 यानी कुल 21.63 फीसदी युवा मतदाता हैं. 


विधानसभा 5 में कुल 4 लाख 16 हजार 855 मतदाता हैं, इनमें से 95 हजार 240 यानी कुल 22.84 फीसदी युवा मतदाता हैं. महू विधानसभा में कुल 2 लाख 82 हजार 174 मतदाता हैं, इनमें युवा वोटर 74 हजार 429 यानी कुल 26.37 फीसदी युवा मतदाता हैं. विधानसभा सांवेर में कुल 3 लाख 6 हजार 761 मतदाता हैं, इनमें 79 हजार 459 यानी 25.90 फीसदी युवा मतदाता हैं. देपालपुर विधानसभा में कुल 2 लाख 70 हजार 766 मतदाता हैं, इनमें से 67 हजार 110 यानी कुल 24.78 फीसदी युवा मतदाता हैं. विधानसभा राऊ में कुल 3 लाख 64 हजार 697 मतदाता है. इस क्षेत्र में 87 हजार 929 युवा वोटर हैं यानी कुल 24.11 फीसदी युवा मतदाता हैं. 


विधानसभा चुनावों में भी रही थी भूमिका
दरअसल, मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में युवाओं की प्रमुख भूमिका रही है. इसलिए शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री रहते हुए अपने कार्यकाल में भोपाल में युवा पंचायत का आयोजन किया और युवाओं के लिए लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा की थी. इनमें शिक्षा की बात करें तो छात्रवृति से लेकर लैपटॉप वितरण योजना और स्किल इंडिया के तहत प्रशिक्षण शामिल था. कॉलेजों में युवाओं के लिए बेहतरीन टेस्टिंग लैब, अटल टिंकरिंग लैब जैसी योजनाओं पर भी फोकस किया गया.


प्रदेश में रोजगार की बात करें तो मध्य प्रदेश में युवाओं को सीखो कमाओ योजना के तहत बीजेपी सरकार ने प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाने की ओर काम किया. वहीं कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में युवाओं के लिए सरकारी नौकरियों में भर्ती जल्द निकालने और शिक्षा को आसान बनाने सहित कई महत्वपूर्ण वादे किए थे.


पीएम मोदी युवाओं का कर चुके हैं जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अलग-अलग मंच से युवाओं का जिक्र करते रहे हैं. जहां वह कह चुके हैं युवा देश का आधार स्तंभ हैं और उन्हीं के ऊपर देश का भविष्य टिका है. इसलिए भारत सरकार युवाओं के लिए कई सौगातें और योजनाएं लेकर आ रही है. 


युवाओं पर कांग्रेस की भी नजर
कांग्रेस भी युवाओं को साधने के लिए कई वादे कर रही है. राहुल गांधी की न्याय यात्रा में युवाओं की बड़ी संख्या में टोली नजर आ रही है. पार्टी से इतर युवाओं को साधने के लिए कई काम किया जा रहा है. खाटपंचायत में भी युवाओं की बड़ी भूमिका नजर आती है, वहीं राहुल गांधी अपने भाषणों में बेरोजगारी और महंगी शिक्षा पर निशाना साधते हुए युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस आसान बनाने की मांग करते रहे हैं.


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