MP Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में सियासी उठापटक के बीचे मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस से 40 साल पुराना हिसाब मांगकर सबको चौंका दिया है. सीएम मोहन यादव ने 40 साल पुराने राजनीतिक बयान का जिक्र करते हुए कांग्रेस से 85 पैसे का हिसाब मांगा है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी इस बात का जिक्र राजनीतिक सभाओं में करते थे कि वह दिल्ली से 1 रुपये भेजते हैं तो 15 पैसे ही जनता के पास पहुंचता है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि वह 85 पैसे कहां गए? इसका हिसाब आज तक कांग्रेस नहीं दे पाई है.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खरगोन और देवास में आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 40 साल पहले सांसद राहुल गांधी के पिता स्वर्गीय राजीव गांधी मंच से इस बात का ऐलान कर चुके हैं कि वे जनता के लिए दिल्ली से 1 रूपये भेजते थे जबकि 85 पैसे रास्ते में ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते थे, जनता के पास केवल 15 पैसे पहुंचते है.
'पीएम मोदी ना खाऊंगा ना खाने दूंगा की...'
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार 10 साल से देश पर शासन कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी "ना खाऊंगा ना खाने दूंगा," के नारे पर कार्य कर रहे हैं. उन्होंने किसान सम्मान निधि सीधे किसानों के खाते में डाला है. अब दिल्ली से जो भी राशि चलती है, वह पूरी राशि सीधे जरूरतमंद लोगों के खातों में आ जाती है. यही कांग्रेस और बीजेपी की सरकार में फर्क है.
'गठबंधन के कई नेता जेल में या बेल पर'
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, रॉबर्ट वाड्रा फिलहाल जमानत पर हैं. इसी तरह उद्धव ठाकरे, लालू प्रसाद यादव सहित गठबंधन के अन्य कई नेता भी जमानत पर चल रहे हैं, जबकि कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने वाले अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री जेल में है. इस प्रकार गठबंधन के कई नेता जेल में है तो कई बेल पर हैं.
कांग्रेस का सीएम मोहन यादव पर पलटवार
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता केके मिश्रा के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इंदौर की एक सभा में भी इसी प्रकार का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि हम हितग्राहियों को 1 रूपये भेजते हैं तो 15 पैसे उन तक पहुंच पाता है. उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम राजीव गांधी का यह बयान उनकी इमानदारी, साफगोई और निष्पक्ष राजनीति का सबसे बड़ा उदाहरण है.
केके मिश्रा ने कहा कि वह सिस्टम में होने वाले भ्रष्टाचार को जनसभा के बीच स्वीकार करते थे, लेकिन वर्तमान समय में बीजेपी पूरा 1 रुपये डकार कर भी 15 पैसे के भ्रष्टाचार को स्वीकार नहीं कर रही है. इस बात के डंपर कांड, पटवारी भर्ती घोटाला सहित कई उदाहरण मौजूद हैं.
ये भी पढ़ें: MP Lok Sabha Election 2024: पीएम मोदी के लिए CM मोहन यादव के शहर में मुस्लिम मांग रहे वोट, कांग्रेस ने लगाए ये आरोप