Lok Sabha Election: 33 साल बाद अपनी परंपरागत सीट से चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय सिंह, शुरू की राजगढ़ से पदयात्रा
MP Lok Sabha Chunav 2024: राजगढ़ में बगलामुखी मंदिर में पूजा अर्चना के बाद मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह बीजेपी के 400 पार नारे पर तंज कसा. उन्होंने दिल्ली सीएम की गिरफ्तारी को गलत बताया.
MP Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजगढ़ संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने तय कार्यक्रम अनुसार रविवार (31 मार्च) से अपनी पदयात्रा शुरू कर दी है. दिग्विजय सिंह ने पदयात्रा को ‘वादा निभाओ’ नाम दिया है.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राजगढ़ संसदीय क्षेत्र में प्रतिदिन 25 किलोमीटर पैदल चलेंगे. रविवार को दिग्विजय सिंह ने मां बगलामुखी की पूजा अर्चना करने के बाद अपनी पदयात्रा शुरू की है.
33 साल बाद परंपरागत सीट से लड़ेंगे चुनाव
राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. दिग्विजय सिंह वर्तमान में राज्यसभा सदस्य भी हैं. 33 साल बाद दिग्विजय सिंह अपनी परंपरागत सीट से चुनावी मैदान में है. दिग्विजय सिंह के चुनावी मैदान में उतरने से राजगढ़ संसदीय सीट पर मुकाबला रोचक हो गया है.
दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ संसदीय सीट में लगातार सक्रिय हैं, तो वहीं आज यानी रविवार (31 मार्च) से उन्होंने पदयात्रा की शुरुआत की है. इस मौके पर उन्होंने मां बगलामुखी की पूजा अर्चना की. जिसके बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पदयात्रा की शुरुआत की.
राजगढ़ संसदीय सीट से प्रत्याशी बने दिग्विजय सिंह की उम्र भले ही 77 वर्ष हो, लेकिन उनका जुनून और जज्बा युवाओं जैसा है. इस चुनाव में भी वे पूरे जोश के साथ ही लड़ रहे हैं. यही कारण है कि दिग्विजय सिंह द्वारा राजगढ़ संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं से जीवंत संवाद के लिए पदयात्रा को चुना. वह पदयात्रा के माध्यम से लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभाओं को कवर करेंगे.
प्रतिदिन चलेंगे 25 किलोमीटर
दिग्विजय सिंह की यह पदयात्रा एक विधानसभा क्षेत्र में करीब 60 किलोमीटर का क्षेत्र कवर करेगी. हालांकि दिग्विजय सिंह आठों विधानसभाओं में औसतन 20 से 25 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे. विधानसभा के बाकी हिस्से में स्थानीय कांग्रेस के नेता पदयात्रा कर जनता को कांग्रेस की रीति नीति से अवगत कराएंगे.
2017 में की थी 192 दिन नर्मदा परिक्रमा
दिग्विजय सिंह की यह दूसरी पदयात्रा है. इससे पहले उन्होंने 30 सितंबर 2017 को नर्मदा परिक्रम शुरू की थी. इस पदयात्रा के दौरान उन्होंने 110 सीटों को कवर किया था. नर्मदा परिक्रमा 192वें दिन में पूरी की थी.
इस यात्रा का सियासी दृष्टिकोण से सकारात्मक परिणाम सामने आया. साल 2018 के विधानसभा में सत्ता से बीजेपी हटी और कांग्रेस की सरकार आई. कमलनाथ मध्य प्रदेश के सीएम बने थे. अब एक बार फिर से दिग्विजय सिंह ने आज पदयात्रा की शुरुआत की है. इससे पदयात्रा से कांग्रेस को बहुत उम्मीदें हैं.
दिग्विजय परिवार का गढ़ है राजगढ़ सीट
राजगढ़ लोकसभा सीट दिग्विजय सिंह परिवार का गढ़ रहा है. इस सीट से दो बार दिग्विजय सिंह सांसद रहे, जबकि पांच बार उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह सांसद रहे. खास बात यह है कि एक बार लक्ष्मण सिंह इस सीट से बीजेपी के टिकट पर भी सांसद रह चुके हैं. साल 1962 में भानुप्रकाश सिंह स्वतंत्र रूप से सांसद बने.
इसके बाद साल 1967 में भारतीय जनसंघ से बाबूराव पटेल, 1971 में भारतीय जनता संघ से जगन्नाथ राव जोशी, 1977 और 1980 में जनता पार्टी भारतीय जनतासंघ से बसंत कुमार पंडित, 1980 में कांग्रेस से दिग्विजय सिंह, 1989 में बीजेपी से प्यारेलाल खंडेलवाल, 1991 में कांग्रेस से दिग्विजय सिंह, 1994 से 2004 (पांच बार) लक्ष्मण सिंह, 2009 में कांग्रेस से नारायण सिंह आमलाबे, 2014 और 2019 में बीजेपी से रोडमल नागर चुनाव जीते.
बीजेपी के नारे पर दिग्विजय सिंह का तंज
पदयात्रा शुरू करने से पहले दिग्विजय सिंह ने मां बगलामुखी मंदिर में पूजा अर्चना की. इसके बाद वे मीडिया से मुखाबित हुए. जब उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 400 पार का नारा दे रहे हैं.
इस सवाल पर दिग्विजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि 400 तो कम है, वह तो 543 सीट जीतने की भी बात कह सकते हैं. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तार पर कहा कि यह गलत हो रहा है.