MP Lok Sabha Election 2024: राजगढ़ से दिग्विजय सिंह और गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया करेंगे नामांकन, जानें- इन सीटों का इतिहास
MP Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर सियासी घमासान जारी है. प्रदेश में इस बार चार चरणो में मतदान होगा. प्रदेश की राजगढ़, गुना और छिंदवाड़ा लोकसभा सीट चर्चा में है.
MP Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर चार चरणों में होने वाले मतदान के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है. आज मंगलवार (16 अप्रैल) को राघोगढ़ राज घराने के दिग्विजय सिंह राजगढ़ संसदीय सीट से अपना नामांकन फार्म जमा करेंगे, तो दूसरी तरफ ग्वालियर राजघराने के ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना सीट से बीजेपी प्रत्याशी के रूप अपना नामांकन फार्म दाखिल करेंगे.
मध्य प्रदेश की सियासत में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अलग पहचान है. मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह को राजा के नाम से पहचाना जाता है, जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया क महाराज कहकर संबोधित किया जाता है.
चर्चा में रही हैं ये सीटें
बता दें, मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से कुछ सीटों पर मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प है. राजगढ़ सीट से जहां पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह अपने ही गढ़ से मैदान में हैं, तो गुना संसदीय सीट से सिंधिया राजघराने के ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनावी मैदान में है. जबकि इसी तरह प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट और विदिशा संसदीय सीट भी पर दिलचस्प मुकाबल होने की उम्मीद है.
विदिशा लोकसभा सीट से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मैदान में हैं, तो वहीं बीते 71 सालों से कांग्रेस का गढ़ बनी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ फिर से मैदान में है. इसी क्रम में आज मंगलवार को राजगढ़ सीट से दिग्विजय सिंह तो गुना संसदीय सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया अपना नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे हैं.
दिग्विजय परिवार का गढ़ है राजगढ़
राजगढ़ लोकसभा सीट को दिग्विजय सिंह के परिवार का गढ़ माना जाता है. इस सीट से दो बार दिग्विजय सिंह सांसद चुने गए, जबकि चार बार उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह चुनव जीत चुके हैं. दिग्विजय सिंह साल 1984 और 1991 में राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर दिल्ली पहुंचे.
इसी तरह पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह राजगढ़ संसदीय सीट से साल 1996 से 2004 तक यहां से सांसद रहे. खास बात यह है कि लक्ष्मण सिंह तीन बार कांग्रेस तो एक बार बीजेपी से भी यहां से सांसद बने. अब 33 साल बाद फिर से दिग्विजय सिंह इस सीट से चुनावी मैदान में है.
गुना सीट सिंधिया परिवार का गढ़
मध्य प्रदेश की सियासत में सिंधिया परिवार का अहम रोल रहा है. गुना लोकसभा सीट सिंधिया परिवार का गढ़ माना जाता है. गुना सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी विजयाराजे सिंधिया और उनके पिता माधव राव सिंधिया सांसद रह चुके हैं. जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस सीट से चार बार कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए. अब सिंधिया बीजेपी से गुना संसदीय सीट से प्रत्याशी हैं.
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