MP Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव का रण जारी है. चुनाव आयोग मतदान फीसदी बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. चुनाव आयोग के साथ सियासी दल भी मतदान बढ़ाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
प्रदेश में मतदान कम होने का उदाहरण हाल ही में संपन्न हुए छह लोकसभा सीटों पर घटे मतदान फीसदी को देखकर लगाया जा सकता है. ऐसी ही चंबल, विंध्य और बुंदेलखंड की छह सीटें, जिन पर मतदान फीसदी बढ़ाना चुनाव आयोग के लिए चुनौती है. बीते तीन लोकसभा चुनाव में हुए मतदान को देखते हुए चुनाव आयोग इन सीटों पर विशेष फोकस कर रहा है.
इन छह सीटों में भिंड, रीवा, ग्वालियर, मुरैना, सागर और गुना लोकसभा सीट शामिल हैं. इस साल के मुकाबले साल 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर भी सम्मानजनक वोटिंग हुई थी. साल 2019 में यहां 69.58 फीसदी वोटिंग हुई थी.
कब कितनी रही वोटिंग फीसदी?
साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में भिंड संसदीय सीट पर महज 38.45 फीसदी वोटिंग हुई थी, जबकि रीवा सीट पर 48.52, ग्वालियर में 41.16, मुरैना में 53.11, सागर में 48.17 और गुना संसदीय सीट पर 54.05 फीसदी वोट गिरे थे.
इसी तरह 2014 के चुनाव में भिंड संसदीय सीट में 45.22 फीसदी वोटिंग हुई थी, रीवा में 53.04, ग्वालियर में 52.57, मुरैना में 49.90, सागर में 58.04 और गुना संसदीय सीट पर 60.05 फीसदी वोटिंग हुई थी.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भिंड संसदीय सीट पर 54.53 फीसदी, रीवा में 60.16, ग्वालियर में 59.52, मुरैना में 61.77, सागर में 64.96 और गुना संसदीय सीट पर 69.58 फीसदी मतदान हुए थे. इन सीटों में सबसे बेहतर गुना सीट पर ही मतदान हुआ.
प्रदेश में लोकसभा सीटों पर वोटिंग फीसदी बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग लगातार प्रयासरत है. इस बार चुनाव आयोग ने प्रत्येक प्रत्याशी के लिए 95 लाख रुपए खर्च की निर्धारित राशि तय की है.
एक कारण यह भी है
चुनाव खर्च की राशि बढ़ाने के बावजूद प्रत्याशी खर्च करने से बचते नजर आ रहे हैं. दूसरा कारण जो सामने आया है वह यह कि इस बार लोकसभा चुनाव स्कूली परीक्षाओं के बाद हो रहे हैं, ऐसे में परिजन बच्चों के साथ गर्मियों की छुट्टियां मनाने के लिए अपने-अपने शहर से बाहर हैं.
वोटिंग बढ़ाने के लिए किए जा रहे ये उपाय
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन के अनुसार, मतदान फीसदी बढ़ाने के लिए मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए गतिविधियां कराई जा रही है. गर्मी से निपटने के लिए सभी बूथों पर छांव, पेयजल और प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था कराई गई है. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इससे मतदान फीसदी बढ़ेगा.
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