'जिस बूथ पर कांग्रेस को नहीं मिलेगा एक भी वोट, देंगे 25 लाख', कैलाश विजयवर्गीय के इस वादे पर भड़के जीतू पटवारी
MP Lok Sabha Election 2024: जीतू पटवारी ने कहा कि पहले हम बूथ कैप्चरिंग के बारे में सुनते थे और चुनाव आयोग कार्रवाई करता था. अब बीजेपी उम्मीदवार का अपहरण कर रहे हैं और चुनाव आयोग चुप है.
MP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. मध्य प्रदेश में तीसरे चरण में 7 मई को आठ लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. इस बीच राजनीतिक दलों के बीच सियासी तकरार भी अपने चरम पर है. ऐसे में अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर पलटवार किया है. बता दें बीजेपी नेता ने कहा कि जहां कांग्रेस को एक वोट भी नहीं मिलेंगे, वहां 25 लाख रुपये का विकास कार्य होगा.
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बयान 'जहां एक भी वोट कांग्रेस को नहीं जाएगा, वहां 25 लाख रुपये का विकास कार्य सुनिश्चित करेंगे' वाली टिप्पणी पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि 'बीजेपी लोकतंत्र, संविधान और चुनाव आयोग को कुछ नहीं मानती है. चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. पहले हम बूथ कैप्चरिंग के बारे में सुनते थे और चुनाव आयोग कार्रवाई करता था. अब बीजेपी उम्मीदवार का अपहरण कर रही है और चुनाव आयोग चुप है. 25 लाख रुपये का जिक्र करना अपने आप में एक बड़ा अपराध है, कैलाश विजयवर्गीय पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.'
VIDEO | Lok Sabha Elections 2024: "I will ensure development works worth Rs 25 lakh on those polling booths where not a single vote will go to the Congress," said BJP leader Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) addressing a public gathering in Indore, Madhya Pradesh, yesterday.… pic.twitter.com/8f1AtfpRz7
— Press Trust of India (@PTI_News) May 2, 2024
विजयवर्गीय पर पहले भी लगाया ये आरोप
इससे पहले इंदौर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने और बीजेपी में शामिल होने पर जीतू पटवारी ने कहा था कि 'पहले बूथ कैप्चर होते थे, अब प्रत्याशी ही कैप्चर हो रहा है. इंदौर का यह घटनाक्रम कलंकित करने वाला है. इस समय देश में राजनीतिक माफिया पनप रहा है.' इससे पहले जीतू पटवारी ने बीजेपी के खिलाफ अक्षय बम को डराने, धमकाने और यातना देने का आरोप लगाया था. बता दें कि इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति ने पहले अपना नामांकन वापस लिया और फिर बाद में कैलाश विजयवर्गीय से मिलकर बीजेपी में शामिल हो गए.