MP Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश में लोकसभा की सभी 29 सीटों पर फतह हासिल करने के लिए, मेगा चुनाव प्रचार अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रविवार (7 अप्रैल) से शुरू करने जा रहे हैं. पीएम मोदी जबलपुर में आज शाम 6:15 बजे शहीद भगत सिंह चौक से आदि शंकराचार्य चौक तक मेगा रोड शो करेंगे.


सवा किलोमीटर का यह रोड शो एक घंटे का होगा. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस रोड शो का इंपैक्ट महाकौशल की चार लोकसभा सीटों पर होगा, जहां विधानसभा चुनाव के दौरान नतीजा बीजेपी के अनुकूल नहीं थे.


एमपी में बीजेपी का मिशन-19 नारा
मध्य प्रदेश में पहले चरण के चुनाव के दौरान महाकौशल की चार सीटों जबलपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट और मंडला में 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. छिंदवाड़ा छोड़कर बाकी तीन सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.'अबकी बार 400 पार' और मध्य प्रदेश के 'मिशन-29' को पूरा करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचार प्रसार के लिए उतर चुके हैं.


पीएम मोदी सवा किमी करेंगे रोड शो
प्रधानमंत्री मोदी मध्य प्रदेश में चुनाव अभियान का शंखनाद जबलपुर लोकसभा सीट से करने जा रहे हैं,जिसे महाकौशल का 'एपीसेंटर' कहा जाता है. हालांकि, साल 1996 से जबलपुर सीट बीजेपी के कब्जे में है, फिर भी पार्टी बड़ी जीत सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.


पीएम मोदी का जबलपुर में रोड शो रविवार को शाम 6:15 बजे शहीद भगत सिंह चौक से शुरू होकर आदि शंकराचार्य चौक में खत्म होगा. सवा किलोमीटर का यह रोड शो एक घंटे का होगा.


चुनावी हार-जीत के लिहाज बात की जाए तो मध्य प्रदेश में पीएम मोदी के चुनाव अभियान की शुरुआत आदिवासी बहुल महाकौशल इलाके से करवाने की बीजेपी के पास बड़ी वजह है. लगभग 6 माह पहले हुए विधानसभा चुनाव के ओवरऑल नतीजे भले ही बीजेपी के पक्ष में रहे हो लेकिन महाकौशल की जिन चार लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे, उनमें आने वाले विधानसभा क्षेत्रों का परिणाम पार्टी के लिए चिंता का कारण है.


महाकौशल में कांग्रेस बीजेपी पर हावी
नवंबर 2023 में जबलपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट और मंडला लोकसभा सीटों के अंतर्गत आने वाले 31 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को अप्रत्याशित रूप से बीजेपी पर मनोवैज्ञानिक बढ़त मिली थी. कांग्रेस को इनमें से 16 तो बीजेपी को 15 सीट पर जीत हासिल हुई थी.आदिवासी बहुल छिंदवाड़ा की सभी सात सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी. 


इसी तरह मंडला लोकसभा में आने वाली 8 विधानसभा सीटों में से 5 पर कांग्रेस तो 3 पर बीजेपी जीत का परचम लहराया था. बालाघाट में दोनों पार्टियों के पक्ष में स्कोर चार-चार विधानसभा सीट का था,जबकि जबलपुर की आठ में से 7 सीटों पर बीजेपी को जीत हासिल हुई थी. कांग्रेस के खाते में सिर्फ एक सीट आई थी.


राजनीतिक जानकारी कहते हैं कि जबलपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट और मंडला सीट पर जीत-हार में आदिवासी वोटर महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के महाकौशल इलाके में लगातार दौरों और आक्रमक चुनाव प्रचार अभियान के बावजूद विधानसभा चुनाव में बीजेपी पिछड़ गई.


इसी वजह से लोकसभा चुनाव में एक बार फिर पार्टी ने महाकौशल पर फोकस किया है. जहां आज यानी रविवार (7 अप्रैल) को जबलपुर में पीएम मोदी का रोड शो हो रहा है तो 9 अप्रैल को बालाघाट में उनकी आमसभा रखी गई.


मंडला में कुलस्ते शाख पर लगी दांव
जबलपुर सीट पर बीजेपी ने नए सियासी चेहरे आशीष दुबे भरोसा जताया है, यहां पर उनका मुकाबला कांग्रेस के दिनेश यादव से है. आदिवासियों के लिए रिजर्व मंडला सीट पर केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की इज्जत दांव पर लगी है, जहां पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें निवास सीट से हार का सामना करना पड़ा था.


कुलस्ते से मुकाबले के लिए कांग्रेस ने विधायक ओंकार सिंह मरकाम को टिकट दिया है. छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस के हैवीवेट नेता कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ के खिलाफ बीजेपी ने पार्टी के नगर अध्यक्ष विवेक बंटी साहू को मैदान में उतारा है.इसी तरह बालाघाट सीट पर बीजेपी की भारतीय परिधि का मुकाबला कांग्रेस के सम्राट सारस्वत से है.


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