MP Lok Sabha Chunav 2024: मध्य प्रदेश के 6 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में आज शुक्रवार (19 अप्रैल) को वोट डाले गए. पहले चरण में जबलपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट, सीधी और सिंगरौली लोकसभा सीट पर मतदान हुआ. इस दौरान मतदाताओं में गजब का उत्साह देखने को मिला. चुनाव के अलग-अलग कलर भी देखने को मिले. नव विवाहिता और गर्भवती महिलाएं भी उत्साह के साथ वोट करती नजर आई.


जबलपुर लोकसभा सीट पर लोगों में मतदान को लेकर खासा उत्साहित नजर आए. इसे लेकर शहर से बाहर रहने वाले मतदाताओं ने भी उत्साह दिखाया. इस मौके पर पुणे में रहने वाली 8 माह की गर्भवती अनुकृति सक्सेना मतदान करने जबलपुर पहुंची. उन्होंने स्नेह नगर स्थित चौधरी मदर केयर स्कूल में बने मतदान केंद्र पर मतदान किया.






दुल्हन विदाई से पहले वोट देने पहुंची
इसी तरह लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में बालाघाट संसदीय क्षेत्र में मतदाता मतदान को लेकर काफी काफी जागरुक दिखाई पड़े. यहां सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लाइन लग गई थी. इस दौरान नव विवाहित जोड़े ने अनूठी मिसाल पेश की. खास बात यह थी कि नगर के ढीमर टोला का एक नव विवाहिता फेरों के बाद विदाई से पहले अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने मतदान केंद्र पहुंचा. इस दौरान दुल्हन के साथ दूल्हा भी मौके पर मौजूद था.


लोकतंत्र के पर्व के लिए कई हैरान करने वाले मामले सामने आए हैं.  जबलपुर के एक पीठासीन अधिकारी को मतदान केंद्र के भीतर का फोटो वायरल करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया. कुछ जगहों पर मतदान के बहिष्कार की खबरें भी मिली. दिग्गज नेताओं में पूर्व सीएम कमलनाथ, नकुलनाथ, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित सभी 6 लोकसभा सीटों के बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने अपना वोट डाला.


मोबाइल नेटवर्क के लिए चुनाव का बहिष्कार
बालाघाट के ग्राम बहेला के 2 मतदान केंद्र पर करीब 1600 मतदाताओं में से केवल 10 लोगों ने सुबह 11 बजे तक मतदान किया. मतदान से बहिष्कार का कारण ग्राम में मोबाइल नेटवर्क न होना बताया गया. इसके साथ ही नल जल योजना, किसानों को बिजली की समस्या सहित अनेक मूलभूत समस्यायों के चलते ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया था. प्रशासन की समझाने के बावजूद ग्रामीण नहीं माने थे.


सड़क न होने पर बहिष्कार
जबलपुर के पनागर के धरहर गांव के 800 से ज्यादा ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया. 'रोड नहीं तो वोट नहीं' के अभियान के चलते गांव के लोगों ने मतदान में भाग नहीं लिया. लोगों का आरोप है कि कई सालों से गांव की सड़क नहीं बनी है. उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान भी मुद्दा उठाया था, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई.


फोटो वायरल करने पर पीठासीन अधिकारी सस्पेंड
जबलपुर के मतदान केन्द्र क्रमांक 173, विधानसभा 101-पनागर के पीठासीन अधिकारी रतन कुमार (चार्ज मेन व्हीकल कैरिज फैक्ट्री, जबलपुर) को जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर दीपक सक्सेना ने तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया. पीठासीन अधिकारी रतन कुमार द्वारा मतदान केन्द्र के भीतर की फोटो खिंचवाकर अपने मोबाइल फोन से व्हाट्सऐप ग्रुप महर्षि वाल्मीकि एकता क्लब में वायरल किया गया था.


शिकायत प्राप्त होने पर कलेक्टर ने इसकी जांच करवाई. सेक्टर अधिकारी हेमंत अमहिया द्वारा मोबाइल फोन जब्त कर शिकायत सही होने की पुष्टि की गई. नियम का उल्लंघन करने के लिये पीठासीन अधिकारी को निलंबित कर मतदान अधिकारी क्रमांक -1 को पीठासीन अधिकारी का दायित्व सौंपा गया. दरअसल, मतदान केंद्र में मोबाइल फोन के इस्तेमाल वर्जित है.


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