MP Lok Sabha Election 2014: BJP विधायक पर TI को धमकी देने का आरोप, EC को भेजी रिपोर्ट में अफसरों ने घटना से किया इंकार
MP Lok Sabha Chunav 2024: विदिशा सीट से पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान बीजेपी प्रत्याशी हैं. बीते दिनों उनकी सभा के दौरान का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसको लेकर सियासी पारा हाई हो गया है.
MP Lok Sabha Elections 2024: विदिशा संसदीय सीट की भोजपुर विधानसभा के मंडीदीप से विधायक सुरेन्द्र पटवा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. इस वीडियो में विधायक पटवा मंच से ही टीआई को कथित तौर पर धमकी देते हुए सुनाई पड़ रहे हैं, जिसमें वह कह रहे हैं कि ऐसी जगह फेकवाऊंगा कि वापस नहीं आओगे.
अब इस घटनाक्रम को लेकर अफसरों ने चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजी, जिसमें कहा गया कि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है. जबकि इस मामले में टीआई महेन्द्र ठाकुर का कहना है कि मेरी उनसे (सुरेंद्र पटवा) ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई. रायसेन के रिटर्निंग ऑफिसर अरविंद दुबे का कहना है कि किसी भी तरह की आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि रोज 8-10 शिकायतें आती हैं. वीडियो में क्या कहा, देखकर ही बता पाऊंगा.
ये है पूरा मामला
बता दें, लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग से दो दिन पहले विदिशा लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी की मंडीदीप में जनसभा थी. जनसभा के दौरान शिवराज सिंह चौहान संबोधित कर रहे थे और उनका माईक बंद कर दिया गया था, जिस पर शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जताई थी कि अभी 10 मिनट हैं.
इसके बाद माईक चालू किया गया और पूर्व सीएम और विदिशा संसदीय सीट से प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान ने जनसभा को संबोधित किया. शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी के बाद क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र पटवा संबंधित टीआई पर भड़क गए. वह टीआई को धमकी देते हुए कह रहे हैं कि ऐसी जगह फिकवाऊंगा कि वापस नहीं आएगा.
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की थी शिकायत
मामले को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. इस मामले में कांग्रेस के प्रभारी चुनाव आयोग कार्य जेपी धनोपिया ने निर्वाचन आयोग से शिकायत कर मांग की थी कि शिवराज सिंह और सुरेंद्र पटवा ने पुलिस अधिकारी को धमकी देने को लेकर मामला दर्ज हो. उन्होंने वीडिया संलग्न करते हुए दोनों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज करने की मांग की थी. कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने भी ट्वीट कर लिखा था कि बीजेपी का अहंकार देखो. एक पूर्व सीएम का यह स्तर? अशोभनीय, निदंनीय है.