MP Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश के इंदौर लोकसभा सीट से बीजेपी ने एक बार फिर पुराने चेहरे पर ही भरोसा किया है. शंकर लालवानी फिलहाल इंदौर से बीजेपी के सांसद हैं. उन्हें पार्टी ने दूसरी बार चुनाव लड़ने का मौका दिया है.
लालवानी 2019 में इंदौर से 17वीं लोकसभा में जीतकर संसद सदस्य बने थे. उन्होंने पहले इंदौर विकास प्राधिकरण में अध्यक्ष का पद भी संभाला था. कहा जा रहा है कि शंकर लालवानी के टिकट के पीछे दो बड़े फैक्टर काम कर गए. पहला तो ये कि लालवानी शिवराज चौहान खेमे से हैं. दूसरा ये कि वे सिंधी समाज से हैं और इस वजह से उन्हें टिकट मिला है.
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में रह रहे हिंदू सिंधियों को वापस यहां की नागरिकता दिलवाने में शंकर लालवानी ने बड़ी भूमिका अदा की है. 2019 में जब बीजेपी ने उन्हें लोकसभा का टिकट दिया था तो उन्होंने करीब 5 लाख 47 हज़ार वोटों के ऐतिहासिक अंतर से जीत हासिल की.
कौन हैं शंकर लालवानी?
शंकर लालवानी का जन्म 16 अक्टूबर 1961 को इंदौर में हुआ था. उनके पिता जमनादास लालवानी अखंड भारत के विभाजन से पहले इंदौर आए थे. जमनादास लालवानी इंदौर आकर भी आरएसएस में सक्रिय थे. वे जनसंघ पार्टी में थे और सामाजिक कामों में सक्रिय रहते थे. वे कई सालों तक मध्य प्रदेश में सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे. शंकर लालवानी की माताजी गोरी देवी लालवानी एक कुशल गृहिणी थीं.
शंकर लालवानी ने मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से हायर सेकेंडरी की परीक्षा पास की और फिर मुंबई से बी-टेक की पढ़ाई की. बाद में वो फिर इंदौर आकर व्यापार और कंसल्टेंसी में लग गए. 1994 से 1999 तक लालवानी इंदौर नगर निगम में पार्षद रहे. इसके बाद 1999 से 2004 तक वे 5 वर्ष तक इंदौर नगर निगम के सभापति पद पर रहे. 2013 में इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष बनाए गए.
2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को हराया
शंकर लालवानी ने 2019 में बीजेपी की टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीता. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार को करीब 5 लाख 47 हज़ार वोटों के ऐतिहासिक अंतर से हराया था. सांसद बनने के बाद, वह लोकसभा में आवास और शहरी मामलों की स्थायी समिति, सदन की बैठक से सदस्यों की अनुपस्थिति संबंधी समिति, संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय की सलाहकार समिति, सहकारिता विभाग सलाहकार समिति, उपभोक्ता मामले खाद्य और सार्वजनिक वितरण परामर्श समिति और एमएसएमई नेशनल बोर्ड के भी सदस्य हैं.
शंकर लालवानी की सामाजिक गतिविधियां
सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों की बात करें तो पिछले 25 सालों से वे लोक संस्कृति मंच के माध्यम से मालवा उत्सव, हरतालिका तीज उत्सव, हिंदू नववर्ष पर सूर्य अर्घ्य समेत कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं. लालवानी को संसदीय समिति और शहरी विकास समिति का सदस्य बनाया गया है. वो लगातार 2 बार इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे. शंकर लालवानी पार्षद, अध्यक्ष नगर निगम और इंदौर विकास प्राधिकरण के प्रमुख के रूप में काम किया.
इंदौर में विकास कार्य करने का दावा
शंकर लालवानी का कहना है कि उनके कार्यकाल में कोविड की कठिन परिस्थितियों के बावजूद इंदौर में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास हुआ है और जल्द ही इंदौर मेन लाइन पर आ जाएगा. इसके अलावा 3,200 करोड़ के निर्माण कार्यों की स्वीकृति, 1,000 करोड़ के नए इंदौर रेलवे स्टेशन की योजना पर काम शुरू हो गया है.
उन्होंने बताया कि लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन के विस्तारीकरण की शुरुआत, इंदौर-खंडवा रेल लाइन के काम में तेजी, राऊ-महू रेल लाइन का दोहरीकरण, इंदौर-दाहोद रेल लाइन के काम में तेजी आई है.
लालवानी ने कहा कि इंदौर-महू-पीथमपुर मेट्रो लाइन की मांग की गई है. इसके साथ ही इंदौर-सांवेर-उज्जैन मेट्रो लाइन की मांग रखी गई है और सर्वे पूर्ण हो गया है. इंदौर-बुधनी-जबलपुर रेल लाइन की स्वीकृति और इंदौर से वंदे भारत ट्रेन प्रारंभ करना उनकी उपलब्धि रही. सांसद शंकर लालवानी ने अब तक 15 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि से पेयजल, स्वच्छता और कई विकास कार्यों पर खर्च किए हैं.
ये भी पढ़ें: