MP Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस खासी आक्रमक नजर आ रही है. कांग्रेस के चार दिग्गज नेता लगभग हर दिन ही सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर ट्वीट कर मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं. इनमें मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सहित नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार शामिल हैं. 
 
बता दें मध्य प्रदेश में हाल ही में लोकसभा चुनाव की वोटिंग हुई है, जबकि परिणाम आने में अभी पांच दिन बाकी है. एमपी की सभी 29 लोकसभा सीटों पर संपन्न हुई वोटिंग से पहले कांग्रेस ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा और अब कांग्रेस नेता मध्य प्रदेश की सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह लगभग हर दिन ट्वीट कर सरकार पर हमलावर है.
 
थ्री ‘सी’ से ग्रसित हो चुकी है प्रदेश सरकार- पटवारी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आज एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा कि 'मध्य प्रदेश की सरकार थ्री 'सी' से ग्रसित हो चुकी है. कर्ज, क्राइम और करप्शन इस सरकार का ध्येय बन चुका है. आज प्रदेश में हर दिन नया माफिया पनप रहा है, जो प्रदेश की अस्मिता को कलंकित कर रहा है. अनीति, आतंक, अव्यवस्था और अराजकता के इस सबसे गंभीर दौर में न्याय दरिद्र हो चुका है. देखने वालों की दूरदृष्टि नष्ट हो चुकी है.'
 
दिग्विजय सिंह ने सरकार से की ये मांग
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा कि ;ग्राम विसोनी कला और मलका खेड़ी तहसील सिवनी मालवा जिला नर्मदापुरम मे नहर विभाग और जिला प्रशासन की चूक के कारण बुआई के बाद 40 दिन तक नहर का पानी नहीं मिलने से 1500-1800 एकड़ की मूंग की फसल प्रभावित हुई है. इसमें करीब 1000 एकड़ जमीन में फसल सूखने और फल नहीं लगने से किसानों को खड़ी फसल को रोटावेटर से बखरना पड़ रहा है.'


'किसानों के लिए खड़ी फसल को खत्म करना सबसे बड़ी पीड़ा है. हम इस पीड़ा की घड़ी में किसानों के साथ खड़े हैं और हक मिलने तक लड़ेंगे. दिग्विजय सिंह ने सरकार से तीन मांग की है, जिसमें फसल का सर्वे कर 65-70 हजार रुपये एकड़ मुआवजा दिया जाए. आगामी फसल के लिए खाद बीज उपलब्ध कराए जाए. गैर जिम्मेदारी वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए. उन्होंने लिखा कि मैं सरकार से आग्रह करुंगा की किसानों के साथ न्याय करने की कृपा करें.' 


अतिथि शिक्षकों को बेदखल करना चाहती है सरकार- सिंघार
वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि 'मध्य प्रदेश सरकार ने अब अतिथि शिक्षकों को पूरी तरह बेदखल करने की तैयारी कर ली. अब हर जिले के शिक्षा अधिकारी आदेश निकाल कर उन्हें हमेशा के लिए बाहर करने वाले हैं. दमोह के जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश निकाला कि 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट वाले अतिथि शिक्षक को काम पर नहीं रखा जाएगा. जबकि नियमित शिक्षकों पर ऐसी कोई सख्ती का प्रावधान नहीं है.'


बेटियों के सम्मान की रक्षा करें सरकार- कमलनाथ
पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि 'बेटियों की सुरक्षा के साथ ही सार्वजनिक जीवन में उनकी निजता और सम्मान की रक्षा करना भी शासन का फर्ज है. दुष्कर्म पीडि़त की पहचान सार्वजनिक ना करने के नियम के पीछे यही मूल भावना है, लेकिन जब पुलिस ही पीड़ित के घर इस तरह जाएगी तो फिर तो पीड़िता की पहचान को कैसे गुप्त रखा जाएगा.' 


'बेटियों की इतनी बड़ी संख्या में पढ़ाई छूटना दुख और चिंता का विषय है. इस मामले में नारेबाजी के बजाय विशेषज्ञों से परामर्श कर सम्मानजनक व्यस्था की खोज करना जरुरी है. आपसे निवेदन है कि एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन करें जो इस समस्या के समाधान के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार करे और सरकार तत्परता से उसे लागू करने की पहल करें.'