मायावती की बसपा ने बिगाड़ा कांग्रेस का खेल, जानें MP की मुरैना और सतना लोकसभा सीटों का हाल
MP Lok Sabha Elections Result: नारायण त्रिपाठी ने ब्राह्मण और दलित वोटों में जमकर सेंधमारी की. ब्राह्मण और दलित मतों के बंट जाने से कांग्रेस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा.
MP Lok Sabha Chunav Result 2024: मध्य प्रदेश की कई सीटों पर बीएसपी ( BSP) ने चौंकाने वाला प्रदर्शन किया है. मुरैना और सतना लोकसभा सीट पर कांग्रेस की हार का कारण बीएसपी बनी है. जीत के अंतर से ज्यादा वोट बीएसपी केंडिडेट को मिला है. तीन लोकसभा सीटों पर बीएसपी उम्मीदवारों को डेढ़ लाख से ज्यादा मत मिले हैं.
सतना से बीजेपी के गणेश सिंह एक बार फिर सांसद चुने गए हैं. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार और विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को 84 हजार 949 वोटों से हराया. गणेश सिंह को 4 लाख 59 हजार 728 मत मिले. सिद्धार्थ कुशवाहा ने 3 लाख 74 हजार 779 वोट प्राप्त किये.
सतना से बीएसपी के नारायण त्रिपाठी ने 1 लाख 85 हजार 618 वोट हासिल करके मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया. नारायण त्रिपाठी बीजेपी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी तीनों दलों में रह चुके हैं. उन्होंने अलग-अलग पार्टियों के टिकट पर चार बार मैहर से विधानसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की है. माना जा रहा है कि नारायण त्रिपाठी ने ब्राह्मण और दलित वोटों में जमकर सेंधमारी की.
बीजेपी ने कांग्रेस का किया सूपड़ा साफ
ब्राह्मण और दलित मतों के बंट जाने से कांग्रेस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा. नारायण त्रिपाठी 2018 में बीजेपी के टिकट पर विधायक बने थे. बाद में उन्होंने बगावत कर विंध्य जनता पार्टी बनाई. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने बीएसपी का दामन थाम लिया. गौरतलब है कि नवंबर 2023 के विधानसभा चुनाव में सिद्धार्थ कुशवाहा ने सतना सीट पर गणेश सिंह को पराजित किया था.
बसपा ने इन सीटों पर ऐसे बिगाड़ा खेल
मुरैना लोकसभा सीट पर भी बीएसपी उम्मीदवार की वजह से मुकाबला त्रिकोणी हो गया. बीजेपी के शिव मंगल सिंह तोमर ने कांग्रेस के सत्य पाल सिंह सिकरवार को 52 हजार 530 मतों से पराजित किया. शिव मंगल सिंह को 5 लाख 15 हजार 477 वोट मिले. सत्य पाल सिंह ने 4 लाख 62 हजार 947 मत हासिल किये. बीएसपी प्रत्याशी रमेश गर्ग ने 1 लाख 79 हजार 669 वोट लाकर राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया. कांग्रेस के बागी रमेश गर्ग ने भी बेहद करीबी मुकाबले में बीजेपी को फायदा पहुंचाया.
खजुराहो संसदीय सीट पर भी बीएसपी उम्मीदवार ने शानदार प्रदर्शन किया है. इंडिया गठबंधन से समझौते में समाजवादी पार्टी को खजुराहो सीट मिली थी. सपा उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के खिलाफ मजबूत कैंडिडेट नहीं बचा था. इंडिया गठबंधन ने फॉरवर्ड ब्लॉक के कैंडिडेट राजा भैया प्रजापति को समर्थन दिया. विष्णु दत्त शर्मा ने बीएसपी प्रत्याशी कमलेश कुमार को 5 लाख 41 हजार 229 मतों के अंतर से पराजित किया. राजा भैया प्रजापति को मात्र 50 हजार 216 वोट मिले. विष्णु दत्त शर्मा ने 7 लाख 72 हजार 774 और कमलेश कुमार ने 2 लाख 31 हजार 545 मत प्राप्त किये.
वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र दुबे का कहना है कि विंध्य और चम्बल इलाके के दलित वर्ग में बीएसपी की अभी भी पैठ है. इसी वजह से सतना और मुरैना में बीएसपी ने कांग्रेस का खेल बिगाड़ दिया. खजुराहो में दमदार उपस्थिति दिखाते हुए बीएसपी कैंडिडेट दूसरी पोजीशन पर था. मुरैना में रमेश गर्ग और सतना में नारायण त्रिपाठी की कांग्रेस से नजदीकी थी. लेकिन, लोकसभा चुनाव से पहले साधने में नाकामयाब रही. इसका खामियाजा कांग्रेस को इन दो सीटों पर उठाना पड़ा.
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