Lumpy Virus Infection: देश के हिंदू धर्म में गौ माता को अपनी मां का रूप माना जाता है तो वहीं किसानों का साथी बैल कहलाता है. इन्हें इन दिनों एक ऐसे खतरनाक वायरस ने जकड़ लिया है जिसकी वजह से इन पशुओं को काफी तकलीफ और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते देश का किसान और पशु पालक भी अपने पशु मित्रों की दुर्दशा और उनकी तकलीफ देख कर खून के आंसू रो रहे हैं. पशुओं में होने वाले इस वायरस को लंपी वायरस कहा जाता है. इस वायरस के कारण पालतू पशुओं के शरीर में बड़े-बड़े फफूले हो जाते हैं और इन फफूलो के कारण ये बेजुबान पशु कमजोर और निर्बल होते जाते हैं.


देपालपुर में पशुओं में इस बीमारी के लक्षण मिले
देश भर में ये वायरस पशुओं में बड़ी तेजी से फैल रहा है. इसकी शुरुआत राजस्थान और गुजरात राज्य से हुई थी. लेकिन अब यह वायरस धीरे-धीरे अपने पांव पसारते हुए मध्य प्रदेश भी पहुंच चुका है. यही वजह है कि विशेषज्ञों के द्वारा पशु किसानों को गुजरात और राजस्थान से पशु खरीदने को मना कर इस बीमारी से आगाह किया है. मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के देपालपुर क्षेत्र में पशुओं में इस बीमारी के लक्षण मिले हैं जिसके बाद पशु किसानों ने अपने पशुओं के उपचार के लिए पशु चिकित्सालय में अपने पशुओं को आइसोलेट करवाया है. तो वहीं विशेषज्ञ और डॉक्टरों की टीम के द्वारा आग्रह किया जा रहा है कि पशु पालक किसान गुजरात और राजस्थान से जुड़े क्षेत्रों से पशुओं की खरीदी ना करें ताकि यह बीमारी आगे और कहीं पशुओं में फैल ना पाए.


पशुओं को आइसोलेट कर उनका इलाज शुरू
मध्य प्रदेश में इंदौर के देपालपुर के किसानों के पशुओं के अंदर इस वायरस के लक्षण सबसे पहले दिखाइए दिए हैं. क्योंकि देपालपुर के किसान मोतीलाल और रितेश पांचाल जोकि पशुपालक है. उनके पशुओं में एक ऐसी बीमारी के लक्षण दिखाई देने के बाद उनके द्वारा अपने पशुओं को पशु चिकित्सालय में इलाज के लिए ले जाया गया था जिसके बाद चिकित्सकों द्वारा पुष्टि की गई है कि यह लंबी नाम की एक ऐसी बीमारी है जो पशुओं में फैल रही है. इसके चलते चिकित्सकों ने तत्परता दिखाते हुए चारों पशुओं को आइसोलेट कर उनका इलाज शुरू कर दिया. फिलहाल वो पशु पूरी तरह से ठीक है लेकिन एहतियातन के तौर पर पशुओं के सैंपल पशु लैब भोपाल भेजे गए हैं.


दूसरे राज्यों से पशु न खरीदें
वहीं इस पूरे मामले में बात करते हुए डिप्टी डायरेक्टर डॉ अशोक सेठिया ने बताया कि अभी तक इन पशुओं के सैंपल की रिपोर्ट हमें प्राप्त नहीं हुई है. लेकिन 30 से ज्यादा डॉक्टर की टीम इस बीमारी के परीक्षण में जुटी हुई है. वहीं हम बात करें तो इंदौर जिले में कुल 22 पशु चिकित्सालय हैं जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा है. विभाग ने 30 से ज्यादा बैटरी डॉक्टरों की अलग-अलग टीमें बनाई हैं यह टीमें इंदौर, देपालपुर, बेटमा, सांवेर सहित आसपास के गांव में पालतू पशु जैसे गाय, भैंस और बैल का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है. तो वहीं पालकी से भी अपील की जा रही है कि वह बाहरी राज्यों से पालतू पशुओं की खरीद फरोख्त ना करें जब तक इस बीमारी से निजात न मिल सके.


10 राज्यों में लंपी वायरस
बता दें की गायों में हो रही स्किन बीमारी जिसका नाम लंपी है. इस बीमारी से राजस्थान, गुजरात समेत 10 राज्यों में हड़कंप मचा हुआ है. इस वायरस का संक्रमण गाय, भैंस में तेज़ी से फैल रहा है. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य राजस्थान हुआ है. राजस्थान की बड़ी गौशालाओं में यह बीमारी ज्यादा फैल रही है. इसे लेकर सभी जुड़े हुए राज्य में भी अलर्ट जारी कर गौपालन एवं पशुधन विभाग की टीमों को मैदान में उतार दिया गया है. ये बीमारी कैप्रिपोक्स वायरस से होती है. ये एक तरह का इंफेक्शन है, जो एक गाय से दूसरी गाय के संपर्क में आने पर ही फैल रहा है. यह बीमारी साल 2020 में नेपाल, ताइवान, भूटान, वियतनाम और हॉन्कॉन्ग में पहली बार सामने आई थी. अब इसकी दस्तक भारत में भी दे चुकी है जो अब मुसीबत बनकर सामने खड़ी है.



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