MP Lumpy Virus: मध्य प्रदेश के 26 जिलों में लंपी वायरस पशुओं के लिए कहर बन गया है. यहां अब तक 7686 पशु लंपी वायरस से प्रभावित हुए है जिसमें 101 पशुओं की मौत हो गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक 5432 पशु ठीक भी हो गए है. पशुओं के लिए काल बनी इस बीमारी के प्रति लापरवाही और अनदेखी का विपक्षी आरोप झेल रही सरकार अब जाकर सक्रिय हुई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन (Shivraj Singh Chouhan) के निर्देश पर राज्य स्तरीय रोग नियंत्रण कक्ष का टेलीफोन नम्बर जारी किया गया है. पशुपालकों को लंपी वायरस से जुड़ी किसी भी मदद के लिए 0755-2767583 नम्बर पर संपर्क करने को कहा गया है.


सीएम ने की उच्च स्तरीय बैठक
मुख्यमंत्री चौहान ने पशु पालकों से अपील की है कि पशुओं में लंपी स्किन रोग के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत निकटतम पशु औषधालय या पशु चिकित्सालय में संपर्क करें. चौहान ने भोपाल में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कहा कि जैसे हम कोविड के खिलाफ लड़े थे, वैसे ही पशुओं का जीवन बचाने के लिए हम लंपी वायरस से भी लड़ेंगे.


पशुपालकों को दें बचाव की जानकारी
मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वायरस से बचाव के उपायों की जानकारी पशुपालकों को दें. ग्राम सभा बुलाकर भी सूचित करें. गौशालाओ में टीकाकरण किया जाए. संक्रमित पशुओं का आवागमन प्रतिबंधित करें. सीएम चौहान ने कहा कि इस बीमारी को पूरी गंभीरता से लें, छिपाएं नहीं और जागरूकता अभियान भी चलाएं.


लंपी वायरस के लक्षण
लंपी स्किन रोग (गांठदार त्वचा रोग) मवेशियों में होने वाला एक संक्रामक रोग है, जो पॉक्सविरिडे परिवार के एक वायरस के कारण होता है. इसे नीथलिंग वायरस भी कहा जाता है. इस रोग के कारण पशुओं की त्वचा पर गांठें होती हैं. इस बीमारी के परिणामस्वरूप अक्सर दुर्बलता, कम दूध उत्पादन, खराब विकास, बांझपन, गर्भपात और कभी-कभी मृत्यु हो जाती है.



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