MP News: मध्य प्रदेश दुग्ध संघ में काम करने वाले कर्मचारी और अधिकारियों को मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ी खुशखबरी दी है. उन्होंने मंच से ऐलान किया है कि दुग्ध संघ के कर्मचारियों को किसी भी कीमत पर नौकरी से नहीं निकाला जाएगा.


उन्होंने आश्वासन दिया कि दुग्ध संघ पर अतिरिक्त बोझ की भरपाई राज्य सरकार करेगी. उज्जैन में दुग्ध संघ के कर्मचारियों अधिकारियों ने समस्याओं और मांगों के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को बुलाया था. उन्होंने ऐलान किया कि दुग्ध संघ के कर्मचारियों और अधिकारियों की जायज मांगों को मान लिया जाएगा.


मुख्यमंत्री ने कहा कि दुग्ध संघ को बढ़ावा देने और किसानों की आय दोगुना करने के लिए सरकार भरपूर कोशिश कर रही है. दुग्ध संघ सरकारी संस्थाओं के माध्यम से किसानों को बोनस वितरण करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा दूध उत्पादन के क्षेत्र में भी मध्य प्रदेश को नंबर वन बनाने की है. उन्होंने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से छोटा राजस्थान में मध्य प्रदेश के मुकाबले दूध का उत्पादन ज्यादा होता है. उन्होंने कहा कि किसानों को साल भर में कम से कम 50 हजार दूध उत्पादन का बोनस मिलना चाहिए.


दुग्ध संघ के कर्मचारियों को क्या मिला मुख्यमंत्री से आश्वासन?


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि सांची ढाई लाख लीटर दूध सप्लाई कर रहा है. टर्नओवर 10 लाख लीटर तक पहुंचना चाहिए. सरकार दुग्ध संघ की हर मदद करने को तैयार है. उन्होंने कहा कि जो दुग्ध संघ का मुनाफा डेढ़ करोड़ रुपए है, उसे बढ़ाकर कम से कम 10 करोड़ होना चाहिए, तब जाकर किसानों को भी लाभ मिलेगा. बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने दुग्ध संघों का संचालन अगले पांच साल के लिए एनडीडीबी को सौंपने का करार किया है. करार होने के बाद दूग्ध संघ से जुड़े कर्मचारियों को नौकरी जाने की चिंता सता रही है. 


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