MP News: मध्य प्रदेश के संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी का बयान सुर्खियों में है. उन्होंने अंग्रेजी मीडियम की पढ़ाई पर सवाल उठाये हैं. मंत्री ने कहा कि अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे उजाले से अंधेरे की तरफ आ रहे हैं.
भोपाल में शनिवार को हिंदी दिवस पर कार्यक्रम आयोजन किया गया था. सार्वजनिक भाषण में मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने श्लोक का हवाला देते हुए कहा कि हमारे पूर्वज अंधेरे से उजाले की कामना करते थे. लेकिन अंग्रेजी मीडियम के स्कूली बच्चे उजाले से अंधेरे की तरफ आ रहे हैं.
संस्कृति मंत्रीने कहा, "जन्मदिन पर केक काट रहे, मोमबत्ती जलाकर बुझा रहे हैं. फिर फूंककर थूका हुआ केक सबको खिलाकर समझते हैं कि प्रगतिशील हो गये हैं." उन्होंने आगे कहा कि पहले जन्मदिन पर बच्चे मंदिर का दर्शन करते थे. दीपक जलाते थे और भंडारा करते थे, लेकिन अब ये सब बंद हो गया है. उन्होंने जन्मदिन पर पश्चिमी संस्कृति की आलोचना करते हुए मोमबत्ती जलाकर बुझाने की प्रथा को गलत बताया.
'बच्चों को उजाले से अंधकार की ओर ले जाती है पाश्चात्य संस्कृति'
मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि लोगों को भारत की शानदार संस्कृति और परंपरा का पालन करना चाहिए. उन्होंने हिंदी में बातचीत की वकालत की. जन्मदिन पर मोमबत्ती बुझाकर रोशनी से अंधेरे की तरफ आ जाते हैं. इसलिए पाश्चात्य संस्कृति का अनुकरण छोड़ भारतीय परंपरा को अपनाना चाहिए.
उन्होंने हिंदी के महत्व को भी रेखांकित किया. नई शिक्षा नीति में हिंदी के लिए काफी काम किया गया है. उन्होंने कहा कि जन्मदिन पर मोमबत्ती बुझाने की प्रथा बच्चों को उजाले से अंधेरे की तरफ ले जाती है. हिंदी दिवस की बधाई देते हुए मंत्री ने कहा कि हिंदी बोलने और लिखने में गर्व महसूस करना चाहिए. संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र लोधी का बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
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