Madhya Pradesh: प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग (Vishwas Kailash Sarang) ने विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) पर बड़ा आरोप लगाया है. मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री सारंग ने कहा कि कांग्रेस में पद बिकते हैं बोलियां लगती हैं. अब बोली बड़ी-बड़ी लग गई तो पद तो बड़े मिलेंगे. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दस जनपथ (Dus Janpath) में यदि पैसा पहुंचाना है तो फिर चौथ वसूली तो करनी ही पड़ेगी. जब सरकार में थे तो जनता से चौथ वसूली कर रहे थे. आज विपक्ष में है तो कार्यकर्ताओं को पद बेचकर चौथ वसूली कर रहे हैं यह तो बिजनेस है. सेठों के हाथों में कमान होगी तो यह तो होगा ही. 


मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस के नेता अपनी ढ़पली अपना राग अलापते हैं. नेता प्रतिपक्ष जी ने दो दिन पहले कोई बात की तो जीतू पटवारी पीछे कैसे रह जाएंगे. उनको लगा कि सुर्खियां तो नेता प्रतिपक्ष ले गए, अब मुझे भी कुछ बोलना पड़ेगा और इस पूरे मामले में कमलनाथ जी कहां हैं, क्या कमलनाथ जी की सहमति से प्रेस कान्फ्रेंस हो रही है? उन्होंने कहा कि ये केवल कह देने से काम नहीं चलेगा. मुझे लगता है कि इस तरह की राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ाने से राजनीति आगे नहीं चलती. 






पूर्व सीएम दिग्विजय को स्वीकार नहीं हैं कमलनाथ- शिक्षा मंत्री सारंग
उच्च शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि कमलनाथ जी, दिग्विजय सिंह अरुण यादव, सुरेश पचौरी और अजय सिंह की अनदेखी की जा रही है. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इस बारे में दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी अरुण यादव से पूछिए कि उन्हें कमलनाथ जी का नेतृत्व स्वीकार है या नहीं. मंत्री सारंग ने कहा कि कौन सा नया साल और कौन सी नई सरकार क्योंकि बहुत सारे लोग इस देश में पदों के वेटिंग में रह गए ऐसे ही वेटिंग लिस्ट में कमलनाथ जी रह जाएंगे, कन्फर्म नहीं होगी उनकी सीट.


मध्य प्रदेश में फ्लाप हुई भारत जोड़ो यात्रा
प्रदेश शिक्षा मंत्री मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फ्लाप हो गई है. उन्होंने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि चार दिन पहले कमलनाथ जी बड़ी तेजी से गए थे सतना कि हम ओबीसी वर्ग का सम्मेलन करेंगे. कुर्सियां खाली रह गईं. बड़ी तेज गति से राहुल गांधी भी मध्य प्रदेश में आए थे. मध्य प्रदेश में भारत जोड़ों यात्रा फ्लाप हो गई. विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव फैल हो गया. कमलनाथ जी भोपाल रहते हुए विधानसभा सत्र में नहीं आए. ऐसी रणनीति कमलनाथ पहले कांग्रेस में एकता की बनाएं उसके बाद ही चुनाव मैदान में उतरने की सोंचे. 


विधायक कुणाल चौधरी ने शिक्षा मंत्री को दिया ये जबाव
इधर मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के आरोपों पर पलटवार करते हुए युवा विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि विश्वास सारंग स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर बात करें, कोरोना काल में जो रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हुई है उस पर बात करें, इसके अलावा मध्य प्रदेश में खरीदे गए मंत्री विधायकों की बात करें. उन्होंने कहा कि जनता सब देखी रही है. मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता मुंहतोड़ जबाव देगी.


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