Chhatarpur Latest News: मध्य प्रदेश के छतरपुर सिटी कोतवाली थाना में पत्थरबाजी की घटना के बाद आरोपियों के मकानों को तोड़ने का सिलसिला जारी है. हालांकि, अब इस घटना के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है. राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ ने जहां घर तोड़ने की घटना का विरोध जताया. वहीं अब भोपाल विधायक आरिफ मसूद ने भी घर तोड़ने की घटना को लेकर सीएम मोहन यादव को पत्र लिखा है. 


भोपाल मध्य विधानसभा सीट से विधायक आरिफ मसूद ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को लिखे पत्र में कहा, "21 अगस्त को छतरपुर सिटी कोतवाली में घटी घटना के बाद नाराज छतरपुर पुलिस ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने 22 अगस्त को बिना नोटिस दिए लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिए हैं, जो कि सीधे-सीधे न्याय व्यवस्था के विपरीत है." 


आरिफ मसूद ने सीएम से की ये मांग
आरिफ मसूद ने कहा, "जिस तरह पुलिस प्रशासन ने कार्यवाही के दौरान घरों और वाहनों को जेसीबी और पोखलेन मशीनों से तोड़ा है. उसको देखकर साफ पता चलता है कि मध्य प्रदेश में संविधान लगभग समाप्ति की ओर है, यदि कोई अपराधी अपराध करता है तो उसके लिए न्याय व्यवस्था में कार्यवाही करने के लिए प्रावधान है. मेरा आपसे आग्रह है कि जिस तरह बगैर नोटिस दिए मकानों को तोड़ा गया है. ऐसे में अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाए, जिससे आमजन का विश्वास कानून प्रक्रिया पर बना रहे."



सुप्रीम कोर्ट जाएंगे सांसद इमरान प्रतापगढ़ी
इससे पहले आरोपियों के घर तोड़े जाने की घटना के बाद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "राज्य सरकारें बहाना तलाश कर मुसलमानों का घर तोड़ रही हैं. संविधान की शपथ लेने वाली मोदी सरकार इस बुलडोजर के नीचे हर दिन संविधान को कुचल रही है. जल्द ही इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाऊंगा."


वीडी शर्मा ने किया पलटवार
इधर सांसद इमरान प्रतापगढ़ी के बयान पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जवाब देते हुए कहा, "उन्होंने जिस तरह का आतंक मचाने काम किया. ऐसे गुंडे, ऐसे अपराधी छतरपुर में एक कदम भर नहीं चल सकते. ऐसे लोगों को नेस्तानाबूद कर देंगे, किसी को नहीं छोड़ेंगे."



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