MP News Today: मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार 'लाडली बहना योजना' के तहत महिलाओं को 11,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि वितरित कर चुकी है. अगस्त माह में रक्षाबंधन पर्व से पहले महिलाओं को शगुन के रुप में 250 रुपये सरकार की ओर से अतिरिक्त दिए गए हैं.


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने खुद इस बात की घोषणा मंच से की है कि आने वाले समय में भी लाडली बहना योजना सहित अन्य कई महिला सशक्तिकरण को लेकर शुरू की गई कोई भी योजनाएं बंद नहीं होंगी. इन योजनाओं का लाभ और भी व्यापक पैमाने पर पहुंचाया जाएगा. 


अगस्त में डाल जाएंगे 1500 रुपये
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने यह भी कहा कि 8 महीने के उनके संक्षिप्त कार्यकाल में अभी तक मध्य प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए 11,000 करोड़ रुपये लाडली बहना योजना के तहत महिलाओं के खाते में सीधे पहुंचाया जा चुका है. 


उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में रक्षाबंधन पर्व महिलाओं के लिए खुशियां लेकर आ रहा है. रक्षाबंधन पर्व को देखते हुए सरकार ढ़ाई सौ रुपये अतिरिक्त महिलाओं के खाते में डालने जा रही है, इसलिए इस बार 1500 रुपये महिलाओं के खाते में डाले जाएंगे.


एमपी में 1 करोड़ 29 लाख लाडली बहनें 
मध्य प्रदेश सरकार लाडली बहन योजना के जरिए एक करोड़ 29 लाख महिलाओं के खाते में 1250 रुपए प्रतिमाह डाल रही है. इस प्रकार राशि की गणना की जाए तो 8 महीने में 12,900 करोड़ रुपये महिलाओं के खाते में पहुंच जाएंगे. 


इसी महत्वाकांक्षी योजना के जरिए मध्य प्रदेश की महिलाओं का आकर्षण भारतीय जनता पार्टी की ओर काफी बढ़ चुका है. यह भी कहा जाता है कि इस योजना के जरिए मध्य प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बीजेपी को ऐतिहासिक जीत मिली. 


लाडली बहना योजना की पात्रता?
मध्य प्रदेश की मूल निवासी 21 से 60 वर्ष की आयु की महिलाओं को लाडली बहन योजना का लाभ मिल रहा है. इस श्रेणी में विधवा, पति त्यागता महिलाएं भी शामिल की गई है. 60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं का नाम योजना से बाहर रहता है. 


इसके अलावा आयकर दाता, शासकीय नौकरी और सरकार की अन्य किसी योजना का लाभ लेने वाली महिलाओं को लाडली बहना योजना का लाभ नहीं मिलता है. 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिलता है, इसलिए उन्हें लाडली बहना योजना से बाहर रखा जाता है.


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