MP Monsoon Update: मध्य प्रदेश के रतलाम, मंदसौर, झाबुआ आदि जिलों में गुरुवार रात हुई बारिश की वजह से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए. जल जमाव के हालात से राहत पाने के लिए लोगों ने अपने मकान तक को छोड़ दिया. हालांकि ऐसी स्थिति में भी राजनीति शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह प्रशासनिक अधिकारियों से व्यवस्था संभालने की मांग उठाई है.


गुरुवार शाम से ही रतलाम, मंदसौर और झाबुआ सहित आसपास के इलाकों में जोरदार बारिश शुरू हो गई थी जो कि रात तक जारी रही. बारिश की वजह से रतलाम के दो बत्ती चौराहा इलाके में तो बाढ़ जैसी स्थिति दिखाई दी. इसके अलावा शहर की कई रहवासी इलाकों में भी जल जमाव के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.  


शहर के कुछ इलाकों में पानी घरों के अंदर तक घुस गया. इसके अलावा, मंदसौर में तेज बारिश की वजह से शिवना नदी का जलस्तर बढ़ गया है. इसके अलावा निचले इलाकों में कुछ समय के लिए जल जमाव की स्थिति भी निर्मित हुई. इसी प्रकार के हालात झाबुआ में भी दिखाई दिए.


बारिश को लेकर राजनीति शुरू
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर रतलाम की निचली बस्ती में जल जमाव का वीडियो जारी करते हुए कलेक्टर से राहत पहुंचाने की मांग उठाई. इसके अलावा उन्होंने रतलाम की पार्षद यासीन शेरानी की पीठ थपथपाते हुए कहा है कि बाढ़ की विपरीत परिस्थितियों में उनके द्वारा लोगों को जो राहत पहुंचाई जा रही है, वह काबिले तारीफ है. 


रतलाम में पूरी तरह स्थिति सामान्य- कलेक्टर 
रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने पूरे मामले को लेकर कहा कि तीन-चार घंटे के लिए पानी तेजी से गिरा था उस समय कुछ स्थानों पर जल जमाव की स्थिति निर्मित हुई थी. अभी पूरी तरह स्थिति नियंत्रण में है, कहीं पर कोई जल जमाव की शिकायत नहीं है. 


जिला प्रशासन द्वारा कई स्थानों पर आवश्यकता पड़ने पर भोजन के पैकेट भिजवाए गए हैं. पार्षद यासीन शेरानी ने कुछ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की बात की थी लेकिन वर्षा रुक जाने की वजह से ऐसी जरूरत नहीं पड़ी.


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