MP News: विपक्ष का मिला साथ, निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुने जाएंगे नरेन्द्र तोमर, 20 दिसंबर को होगा चयन
MP Vidhan Sabha: विधानसभा अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया 20 दिसंबर को होगी. इससे पहले ही प्रदेश के मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष के रूप में नरेन्द्र तोमर को अपना समर्थन दे दिया है.
![MP News: विपक्ष का मिला साथ, निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुने जाएंगे नरेन्द्र तोमर, 20 दिसंबर को होगा चयन MP Narendra Singh Tomar elected Assembly Speaker opposition support held on December 20 ann MP News: विपक्ष का मिला साथ, निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुने जाएंगे नरेन्द्र तोमर, 20 दिसंबर को होगा चयन](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/12/18/f177fe19206fc4fb1c4d9f25df057d041702911341809694_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
MP Vidhan Sabha Speaker Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद सीएम डॉ. मोहन यादव और दो डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेन्द्र शुक्ल के शपथ ग्रहण के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की तैयारी है. बीजेपी विधायक दल की बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष के लिए नरेन्द्र सिंह तोमर का नाम प्रस्तावित किया गया है. बताया जा रहा है कि नरेन्द्र सिंह तोमर को विपक्षी पार्टी कांग्रेस का भी साथ मिल गया है, ऐसे में नरेन्द्र सिंह तोमर निर्विरोध ही विधानसभा अध्यक्ष चुने जाएंगे.
विधानसभा अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया 20 दिसंबर को होगी. इससे पहले ही प्रदेश के मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष के रूप में नरेन्द्र सिंह तोमर का अपना समर्थन दे दिया है, ऐसे में अब नरेन्द्र सिंह तोमर निर्विरोध ही विधानसभा अध्यक्ष चुने जाएंगे. बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जहां 163 सीटें मिली, तो वहीं कांग्रेस को 66 सीटों से ही संतोष करना पड़ा.
दिमनी से चुनाव जीते नरेन्द्र सिंह तोमर
बता दें विधानसभा चुनाव से पहले नरेन्द्र सिंह तोमर केंद्रीय मंत्री थे, लेकिन विधानसभा चुनाव में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने अन्य केन्द्रीय मंत्री व सांसदों के साथ तोमर को भी दिमनी विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था. चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी रहे तोमर ने कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर जीत दर्ज की है. अब नरेन्द्र सिंह तोमर प्रदेश में विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका में रहेंगे.
उपाध्यक्ष पद पर सस्पेंस बरकरार
अब देखना यह होगा कि मध्य प्रदेश विधानसभा में उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलेगा या नहीं, इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है. दरअसल, 15वीं विधानसभा में अध्यक्ष के निर्वाचन के समय कांग्रेस और बीजेपी के बीच मतभेद हो गए थे. तब बीजेपी ने अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार उतार दिया था. चुनाव में कांग्रेस के एनपी प्रजापति विजयी हुए थे, लेकिन इसके बाद उपाध्यक्ष का पद भी कांग्रेस ने विपक्ष को नहीं दिया. लांजी से विधायक रहीं हिना कांवरे को उपाध्यक्ष बनाया था.
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)