Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के ब्लॉक बाबई के ग्राम बागरातवा में डायरिया, उलटी, दस्त के मामले बढ़ गए हैं. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ ग्राम बागरातवा पहुंचकर स्वास्थ्य सुविधाओं पेयजल व अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश देहलवार सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे. ग्राम बागरा में उल्टी, दस्त की शिकायत के चलते तीन लोगों की मौत हो गई थी. वहीं एक दर्जन से ज्यादा लोग दूषित पानी पीने से बीमार हो गए.


कलेक्टर ने मृतक के परिजनों से की बात
नर्मदापुरम कलेक्टर सहित स्वास्थ विभाग की टीम मौके पर पहुंची. मिली जानकारी के अनुसार गांव में आने वाली पेयजल पाइप लाइन टूट जाने से बारिश का गंदा पानी पेयजल पाइप लाइन से घरों तक पहुंच रहा था. इससे लोग उल्टी दस्त के शिकार हो गए थे. उल्टी, दस्त से प्रभावित दफाई मोहल्ले में कलेक्टर नीरज सिंह ने मृतक विधाबाई और मुन्ना के परिजनों से बात की तथा मौत के कारण की जानकारी ली. कलेक्टर ने एसडीएम और तहसीलदार को मृतक के परिजनों को अंत्येष्टि सहायता सहित अन्य आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अमले को निर्देश दिया कि दफाई मोहल्ला सहित अन्य आसपास के ग्रामों में डोर टू डोर सर्वे कर स्वास्थ्य जांच करें और आवश्यक दवाइयों का वितरण किया जाए. 


150 से अधिक लोगों का किया गया सर्वे
बाल विकास परियोजना अधिकारी माखन नगर वीणा बोरासी ने बताया कि अभी तक डेढ़ सौ से अधिक लोगों का सर्वे किया गया है. जिसमें दो लोगों की मौत और 14 लोग उल्टी दस्त से प्रभावित हैं. इन 14 लोगों का प्राथमिक उपचार के बाद स्वास्थ्य ठीक हैं. ग्रामीणों ने कलेक्टर को बारिश में जलभराव, आवास सहायता सहित अन्य समस्याएं बताई. राजस्व एवं जनपद के अमले को मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना के तहत पात्र ग्रामीणों को पट्टे उपलब्ध कराने तथा जलभराव की समस्या का निराकरण करने के निर्देश दिए.


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