MP BJP News: बीते दो-तीन साल से लगातार मध्य प्रदेश की सियासत में सुर्खियों में बनी रहीं पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती (Uma Bharti) अब मुद्दा विहीन हो गई हैं. शिवराज सिंह चौहान सरकार ने शराब नीति में चंद बदलाव कर पूर्व सीएम उमा भारती से सुर्खियों में बने रहने का मुद्दा ही छीन लिया है. बता दें, शराब अभियान को लेकर उमा भारती शिवराज सरकार के लिए ही परेशानी का सबब बनी हुई थीं. आए दिन वह मीडिया के माध्यम से कोई न कोई बयान दे देती थीं. 


कभी शराब दुकान को देखकर उमा भारती उसपर पत्थर मारने लगी थीं, तो कभी मधुशाला को गौशाला में तब्दील कर देने की बात करती थीं. किसी न किसी वजह से पूर्व सीएम उमा भारती ने मध्य प्रदेश की सियासत में लगातार सुर्खियां बटोरती रही हैं. लेकिन अब उमा भारती के पास से शराब अभियान का मुद्दा ही गायब हो गया है. मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार ने शराब नीति में चंद बदलाव किए, जिसके बाद पूर्व सीएम उमा भारती सुर्खियों से दूर हो गईं. 


उमा के घर पहुंच गए सीएम शिवराज
शराब नीति में बदलाव किए जाने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्व सीएम उमा भारती के घर पहुंच गए. इस दौरान उमा भारती ने फूल-मालाओं से शिवराज सिंह चौहान का अभिनंदन किया. सीएम शिवराज ने उमा भारती के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया. नई शराब नीति से उमा भारती अब बेहद खुश हैं. सीएम शिवराज के घर पहुंचने पर उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा, 'नई आबकारी नीति के बाद पहली बार शिवराज जी मेरे घर आगमन पर उनका स्वागत सत्कार किया और आबकारी नीति में मध्य प्रदेश पूरे देश में मॉडल स्टेट बन गया है. इसके लिए नारी शक्ति की तरफ से उनका अभिनंदन किया.


जानें क्या है मध्य प्रदेश की नई शराब नीति
- प्रदेश के सभी शराब के अहाते बंद किए जा रहे हैं. अब कोई अहाता प्रदेश में चालू नहीं रहेगा.
- सभी शॉप बार भी बंद किए जा रहे हैं. मदिरा दुकानों में बैठ कर पीने की अनुमति नहीं होगी.
- धार्मिक संस्थान, गल्र्स हॉस्टल और सभी प्रकार की शैक्षणिक संस्थानों के आसपास शराब की दुकानों का दायरा 50 मीटर से बढ़ाकर 100 मीटर किया जा रहा है.
- इससे प्रदेश की करीब 200 के करीब दुकानें प्रभावित होंगी. अभी प्रदेश में 3608 शराब की दुकानें हैं।.
- शराब पीकर वाहन चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने के प्रावधान कड़े करना भी तय किया है. शराब के नशे में खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वालों की सजा को भी बढ़ाने पर विचार किया गया है.


तीन दिन मंदिर में रही थीं उमा भारती
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का शराब अभियान शिवराज सरकार के लिए काफी परेशानी का कारण बना हुआ था. उनके आक्रोश देख शराब दुकानदारों में भी काफी खौफ दिखाई दे रहा था. पूर्व सीएम उमा भारती ने राजधानी भोपाल की एक शराब दुकान पर पत्थर फेंका था. बीते दिनों जब उमा भारती पिपरिया पहुंचीं, तो उनके काफिले को देख दुकानदारों ने शटर ही गिरा दिए. 


इधर उमा भारती शराब अभियान को लेकर भोपाल के मंदिर में तीन दिन तक रही थीं. इतना हीं नहीं, ओरछा में शराब दुकान के सामने उमा भारती ने गायों को बांद दिया था. हालांकि, चंद बदलाव के बाद अब उमा भारती एमपी की सियासी सुर्खियों से गायब हो गईं हैं.


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