सिंगरौली: जिले में शासकीय उचित मूल्य की दुकान से वितरित किए जा रहे राशन से करीब एक लाख उपभोक्ता वंचित हैं. इसकी मुख्य वजह हितग्राहियों का केवाईसी (KYC) न होना है. कलेक्टर ने केवाईसी के अभाव में राशन से हितग्राहियों के वंचित होने को गंभीरता से लिया है. उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी पात्र हितग्राहियों की केवाईसी पूरी कराते हुए उन्हें राशन उपलब्ध कराया जाए. 


सिंगरौली में कितने उपभोक्ता हैं


जिला आपूर्ति अधिकारी पीसी चंद्रवंशी के मुताबिक 'वन नेशन, वन राशन कार्ड' योजना के तहत दूसरे राज्यों के हितग्राही भी राशन प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए हितग्राही किसी भी राशन दुकान से राशन प्राप्त करने के लिए पात्र परिवार के समस्त सदस्यों का पीओएस मशीन से आधार का सत्यापन कर ई-केवाईसी कराएं. ताकि आगे से उन्हें राशन आवंटित हो सके. उन्होंने बताया कि जिले में 2 लाख 33 हजार 642 पात्र परिवार के 10 लाख 24 हजार 686 सदस्यों में से 1 लाख 87 हजार 186 सदस्यों की ईकेवाईसी पूर्ण कराया गया है. 


इसी प्रकार राशन सामग्री प्राप्त करने वाले पात्र परिवारों द्वारा राशन प्राप्त करने के बाद राशन प्राप्ति की जानकारी हितग्राही के मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेजने के लिए राशन दुकान की पीओएस मशीन से विक्रेताओं द्वारा पात्र परिवारों के सदस्यों का मोबाइल नंबर दर्ज किया जा रहा है. सभी लोग आधार सीडिंग भी कराएं. अभी तक केवल 1 लाख 9 हजार 304 पात्र परिवारों द्वारा मोबाइल सीडिंग कराने का कार्य भी पूर्ण कराया जा सका है. 


वन नेशन, वन राशन कार्ड


ऐप में आधार सीडिंग की भी सुविधा मिलती है. अगर आपका राशन कार्ड आधार से नहीं जुड़ा है तो इसे आसानी से जोड़ सकते हैं. आधार सीडिंग के ऑप्शन में जाकर यह काम चंद मिनटों में किया जा सकता है. केंद्र सरकार ने ‘मेरा राशन ऐप’ लांच किया है. यह ऐप राशन लेने में मदद करता है. इस मोबाइल ऐप को उपभोक्ता मंत्रालय ने जारी किया है. इसी मंत्रालय के तहत खाद्य वितरण प्रणाली या पीडीएस का काम आता है. राशन का वितरण पीडीएस के जरिए किया जाता है. लोगों को राशन दुकानों के चक्कर न लगाना पड़े, इसमें मेरा राशन मोबाइल ऐप मददगार साबित हो रहा है. सरकार ने ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ (ONORC) सिस्टम शुरू किया है. इसमें मोबाइल ऐप का इस्तेमाल हो रहा है.


'वन नेशन वन राशन' कार्ड सिस्टम उन लोगों के लिए खास मददगार है जो कामकाज के सिलसिले में अक्सर अपना राज्य बदलते रहते हैं. यह राशन कार्ड पूरी तरह डिजिटल है. इसे किताब की तरह ढोने की जरूरत नहीं है. डिजिटल होने के चलते इसे मोबाइल में लेकर चल सकते हैं. जहां कहीं भी रहें, इस डिजिटल कार्ड को दिखाकर अपना राशन उठा सकते हैं.


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