जबलपुर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर मॉनिटरिंग अथॉरिटी (Industrial Corridor Monitoring Authority) की पहली बैठक हुई. इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के विजन का ही कमाल है कि देश में 11 इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (Industrial Corridors) बनने वाले हैं. उन्होंने कहा कि ये कॉरिडोर राज्यों (States) की तकदीर और जनता (People) की तस्वीर बदलने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम के विजन से दिशा मिलती है. इससे तेज गति से काम करने का प्रयास करते हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में आयोजित इंडस्ट्रियल कॉरिडोर प्रोजेक्ट की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भाग लिया. वर्चुअल मीटिंग में 6 राज्यों के मुख्यमंत्री सहित रेल मंत्री और उद्योग मंत्री भी जुड़े थे.
सीएम शिवराज ने आगे यह कहा
सीएम शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए प्रदेश में विकास की प्रतिबद्धता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि विक्रम उद्योगपुरी को प्रमोट करने के लिए 202 एकड़ जमीन को अलॉट कर दिया है और इसमें 20 उद्योगपति जमीन भी ले चुके हैं. कई ने काम शुरू कर दिए हैं. उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि नवंबर में एक कंपनी प्रोडक्शन शुरू कर देगी.
यह भी पढ़ें- MP Crop Insurance: किसान 31 जुलाई तक करवा लें अपनी फसलों का बीमा, इतने दिन पहले बैंक को देनी होगी जानकारी
सीएम ने इस नए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का दिया प्रस्ताव
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली-नागपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अलावा वाराणसी-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का प्रस्ताव दिया. उन्होंने कहा कि पूर्वी मध्य प्रदेश खनिज संसाधन की दृष्टि से संपन्न है. यहां एल्युमीनियम और कोयला जैसे अलग-अलग खनिज प्रचुर मात्रा में हैं. अगर यह पश्चिम से जोड़ दिया जाए तो क्षेत्र में बेहतर रोड कनेक्टिविटी और मार्केट प्रदान करेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में निश्चित समय सीमा में कार्य होगा. उन्होंने कदम से कदम और कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने के साथ प्रधानमंत्री के सपनों को पूरा करने की प्रतिबद्धता दिखाई.