Khargone Violence: खरगोन हिंसा मामले में 121 लोग गिरफ्तार, चार दिनों बाद कर्फ्यू में दो घंटे की ढील, पढ़ें अब तक क्या कुछ हुआ?
पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता ने बताया कि हिंसा के मामले में अब तक 121 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनमें से 89 को जेल भेज दिया गया है.
Khargone Violence: मध्य प्रदेश के हिंसा प्रभावित खरगोन शहर में गुरुवार को कर्फ्यू में दो घंटे की ढील देते हुए केवल महिलाओं को ही जरूरी सामान खरीदने के लिए घरों से बाहर निकलने की अनुमति दी गई. दंगा प्रभावित शहर में चार दिनों के बाद आज सुबह 10 बजे से दी गई कर्फ्यू में दो घंटे की ढील के दौरान कई महिलाओं को तेजी से खरीदारी करते देखा गया.
सिर्फ महिलाओं को मिली ढील
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा के मामले में अब तक 121 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव और आगजनी की घटनाओं के बाद रविवार शाम को खरगोन शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था. खरगोन के जिलाधिकारी पी. अनुग्रह ने पत्रकारों से कहा, "स्थिति नियंत्रण में है. सुबह 10 बजे से प्रदान की गई दो घंटे की छूट के दौरान केवल महिलाओं को जरूरी सामान खरीदे के लिए अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति दी गई है." उन्होंने कहा कि दो घंटे की छूट के दौरान केवल दूध, सब्जी, मेडिकल और राशन की दुकानें ही खोली गई.
अब तक 121 लोग गिरफ्तार
पुलिस महानिरीक्षक ( इंदौर-ग्रामीण क्षेत्र) राकेश गुप्ता ने बताया कि हिंसा के मामले में अब तक 121 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनमें से 89 को जेल भेज दिया गया है. मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में रविवार से हिंसक घटनाओं के आलोक में प्रदेश सरकार ने आगामी त्योहारों के लिए सभी जिलों में अधिकारियों को अलर्ट जारी किया है.
एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि प्रदेश सरकार ने खरगोन में सांप्रदायिक हिंसा में शामिल लोगों से नुकसान की वसूली के लिए दो सदस्यीय दावा न्यायाधिकरण का गठन किया है. यह न्यायाधिकरण तीन महीने के अवधि में काम पूरा करेगा.
रोहित काशवानी बने प्रभारी एसपी
वहीं मध्य प्रदेश सरकार ने कल आईपीएस अधिकारी रोहित काशवानी को सिद्धार्थ चौधरी के स्थान पर दंगा प्रभावित खरगोन जिले का प्रभारी पुलिस अधीक्षक (एसपी) नियुक्त किया, जो रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा में घायल होने के बाद छुट्टी पर हैं और इलाज करा रहे हैं. काशवानी तब तक खरगोन के एसपी का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे, जब तक कि जिला पुलिस प्रमुख ( सिद्धार्थ चौधरी) ड्यूटी पर वापस नहीं आ जाते. बताया जा रहा है कि चौधरी को दंगे के दौरान बाएं पैर में गोली लग गई थी.
दिग्विजय सिंह के खिलाफ केस दर्ज
इससे पहले खरगोन हिंसा पर टिप्पणी करते हुए दूसरे राज्य की एक मस्जिद की तस्वीर ट्वीट करने पर कांग्रेस के दिग्गज ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ कई शहरों में केस दर्ज किया गया. उनके खिलाफ इंदौर में धार्मिक वैमनस्य फैलाने के आरोप में तीन आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ये मामले संबंधित क्षेत्रों के तीन नागरिकों की अलग-अलग शिकायतों पर दर्ज किए गए, जिन्होंने आरोप लगाया है कि दिग्विजय सिंह ने किसी अन्य स्थान की तस्वीर को खरगोन के हालिया दंगों से जोड़कर सांप्रदायिक सद्भाव का माहौल खराब किया.
'आखिरी सांस तक भाईचारे की बात करूंगा'
वहीं दूसरे राज्य की मस्जिद की फोटो ट्विटर पर शेयर करने के बाद मामले दर्ज होने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भले ही पुलिस थानों में मेरे खिलाफ लाख-दो लाख मामले दर्ज करा दिए जाएं, लेकिन मैं आखिरी सांस तक भाईचारे की बात करता रहूंगा.
हिंसा में घायल शिवम को नहीं आया होश
वहीं खरगोन हिंसा में घायल शिवम शुक्ला इंदौर कै निजी अस्पताल में भर्ती है. मरीज की हालत नाजुक बताई जा रही है. बेहोशी की हालत में शिवम को इंदौर के सीएचएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों की टीम शिवम की देखभाल कर रही है. हालांकि शिवम अब तक होश में नहीं आ सका है.
ये भी पढ़ें
Khargone Violence: खरगोन हिंसा में घायल शिवम की हालत नाजुक, अब तक नहीं आया होश