Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (MP) के सिंगरौली (Singrauli) में सबसे कम उम्र की जिला पंचायत सदस्य (Zila Panchayat Sadasya) बनकर एक छात्रा ने इतिहास रच दिया है. वार्ड नंबर चार से जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में 21 साल की छात्रा यशोदा पनिका (Yashoda Panika) ने जीत दर्ज की है. कहा जा रहा है कि ऐसा करने वाली वह सबसे कम उम्र की जिला पंचायत सदस्य बन गई हैं. यशोदा पनिका जिले में यूथ आइकन (Youth Icon) के रूप में उभर रही हैं.
21 साल की यशोदा को राजनीति में कोई रुचि नहीं थी लेकिन उनके पिता इस माध्यम से जनता की सेवा करना चाहते थे. महिला सीट होने की वजह पिता को मौका नही मिल पाया तो यशोदा ने आरक्षित सीट पर चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल की. कहा जा रहा है कि यशोदा ने पिता के सपने को साकार कर दिया है. यशोदा अभी जिले के अग्रणी स्नातकोत्तर महाविद्यालय से बीएससी (स्नातक) की पढ़ाई पूरी कर नेट की तैयारी कर रही हैं.
इस पार्टी के समर्थन से चुनाव लड़ीं यशोदा
यशोदा कांग्रेस के समर्थन से चुनाव लड़ी थीं. यशोदा के पिता सोभनाथ पनिका कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ता माने जाते हैं. कहा जा रहा है कि यशोदा ने दिग्गजों को हराकर चुनाव में जीत दर्ज की. वह 6,760 मत प्राप्त करके विजयी हुई हैं. जिला पंचायत चुनावों को मिनी विधायकी का चुनाव कहा जाता है, इसलिए इतनी कम उम्र में सफलता मिलने पर यशोदा की चर्चा हो रही है.
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चुनाव के लिए यशोदा ने ऐसे की थी मेहनत
चुनाव के दौरान यशोदा ने क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की और क्षेत्र में विकास के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित किया. जनता ने कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार यशोदा पनिका और उनके पिता सोभनाथ के वादों पर मुहर लगाई, जिसका परिणाम हुआ की यशोदा ने अच्छे वोटों से जीत दर्ज की.
जीत के बाद यशोदा ने यह कहा
जीत हासिल करने के बाद यशोदा ने कहा कि उसने चुनाव के दौरान क्षेत्र की जनता से विकास के जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करने का प्रयास करेंगी. उन्होंने कहा, ''इस उम्र में मुझे बड़ी जिम्मेदारी मिली है. मैं कोशिश करूंगी कि क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर खरी उतर सकूं. गांव को विकास की मुख्य धारा से जोड़ सकूं, ऐसी कोशिश रहेगी.''