Vaccination: इंदौर में 25 लाख लोगों ने नहीं ली Covid वैक्सीन की एहतियाती खुराक, कोविशील्ड का स्टॉक खत्म
Coronavirus: इंदौर में अब तक 30 लाख लोग कोविड-19 वैक्सीन की दो खुराक ले चुके हैं. इनमें से मात्र 5 लाख लोगों ने एहतियाती खुराक लेने में दिलचस्पी दिखाई है.
Madhya Pradesh Coronavirus News: इंदौर में करीब 83 प्रतिशत लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) की एहतियाती खुराक (precautionary doses) लेने से परहेज किया है. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि जिले में कोविशील्ड (Covishield) का स्टॉक खत्म हो गया है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस की पिछली लहरों में मध्य प्रदेश का इंदौर (Indore) जिला सबसे ज्यादा प्रभावित रहा था.
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता ने बताया कि इंदौर में अब तक 30 लाख लोग कोरोना वायरस से बचाव की वैक्सीन की दो खुराक ले चुके हैं. उन्होंने बताया कि इनमें से केवल पांच लाख लोगों ने कोवि-19 वैक्सीन की एहतियाती खुराक लेने में दिलचस्पी दिखाई है. उन्होंने कहा, 'यानी इंदौर जिले में अब भी 25 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने कोविड-19 रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक नहीं ली है.'
कोविड वैक्सीन की एहतियाती खुराक लेने का रुझान बढ़ा
गुप्ता ने हालांकि बताया कि पिछले दो-तीन दिनों में एहतियाती खुराक लेने के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है और टीकाकरण केंद्रों पर एहतियाती खुराक लेनेवालों की तादाद बढ़ाई गई है. उन्होंने आगे बताया कि जिले में कोविशील्ड टीके का स्टॉक खत्म हो गया है और इसकी 15,000 खुराकों का प्रबंध करने के लिए राज्य सरकार से अनुरोध किया गया है. गुप्ता ने कहा, 'चूंकि लोग लंबे समय से कोविशील्ड की एहतियाती खुराक नहीं ले रहे थे. इसलिए हमें इसकी खुराक नहीं भेजी जा रही थी.'
ओमिक्रोन के सब वेरिएंट BF.7 ने बढ़ाई दुनिया की चिंता
चीन, जापान समेत कई देशों में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए भारत सरकार अलर्ट हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में कोरोना के नए वेरिएंट (Corona New Variant) से सतर्क रहने को कहा गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य/ केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 पॉजिटिव मामलों के सैंपल INSACOG लैब में भेजने की सलाह दी है. ओमिक्रोन (Omicron) के सब वेरिएंट BF.7 को दुनिया में कुछ जगहों पर कोरोना मामलों की बढ़ोतरी का जिम्मेदार माना जा रहा है. भारत भी BF.7 सब वेरिएंट से अछूता नहीं रहा है.