सिंगरौली: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में इन दिनों कोल कंपनियों की मनमानी चल रही है. उनकी मनमानी के कारनामे रोज सामने आ रहे हैं. कोल कंपनियां मुआवजे का वितरण किए बिना और ग्रामीणों को हटाये बिना हैवी ब्लास्टिंग कर रही हैं. इससे वहां रहने वाले लोग परेशान और डरे-सहमे में हैं.इसकी शिकायत करने पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.उस पर स्थानीय लोगों को ही परेशान करने का आरोप है.घर के निकट ब्लास्टिंग की शिकायत करने पर पुलिस ने एक व्यक्ति को ऐसा पीटा है कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. 


कहां का है यह मामला


मध्य प्रदेश की उर्जाधानी सिंगरौली जिले के मुहेर गांव में रिलायंस कंपनी ने 2010 में भूमि अधिग्रहण किया था.इतना समय बीत जाने के बाद भी उस इलाके में रहने वाले बहुत से लोगों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है.वहां रहने वाले लोगों का आरोप है कि कंपनी ने बिना मुआवजा दिए ही उनके घर के नजदीक ब्लास्टिंग शुरू कर दी है.ग्रामीणों का कहना है कि नियमों के मुताबिक घर के 100 मीटर के नजदीक में ब्लास्टिंग नहीं की जा सकती है. 


किस बात की शिकायत कर रहे हैं ग्रामीण


सिंगरौली जिले के मुंहेर गांव कि ग्रामीण मुआवजे की मांग को लेकर लंबे समय से परेशान हैं.वो आंदोलनरत हैं.इस इलाके में रिलायंस कंपनी ने जमीन खोदकर बारूद भरने की प्रक्रिया शुरू की.मुहेर निवासी लालजी जायसवाल ने अपने घर के नजदीक ब्लास्टिंग करने का विरोध किया.लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने पुलिस से जब इसकी शिकायत की. पुलिसकर्मियों ने उल्टे लालजी जायसवाल की ही पिटाई कर दी. पुलिस की पिटाई से वो गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें सिंगरौली के ट्रामा सेंटर में भर्ती भी कराया गया है. 


क्या कहना है पीड़ित ग्रामीण का


ट्रामा सेंटर में भर्ती लालजी जायसवाल ने बताया कि घरों के नजदीक ब्लास्टिंग होगी तो उनके घर पर गिरने का खतरना बना रहेगा.वो बताते हैं कि उन्हें वहां रहने से भी डर लगता है. उन्होंने बताया कि ब्लास्टिंग के वक्त पूरा घर दहल जाता है.अब यह देखने  वाली बात होगी कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है. 


एसडीएम ने क्या कहा


वहीं इस मामले में सिंगरौली के एसडीएम ऋषि पवार ने कहा कि रिलायंस की जमीन पर ब्लास्टिंग की गई है. उनका कहना है कि यह ब्लास्टिंग  नियमानुसार कि गई है. उन्होंने बताया कि जब तक विस्थापित परिवार को मुआवजा नहीं मिल जाता, तब तक कंपनी अब इस जमीन पर कोई काम नहीं करेगी. 


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