Madhya Pradesh News: प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना (PM Poshan Shakti Nirman Yojana) के अंतर्गत मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सभी जिलों, तहसीलों और गांवों में प्राथमिक और माध्यमिक पाठशालाओं में पढ़ने वाले बच्चों को प्रोटीन डाइट देने के लिए मूंग वितरण का कार्यक्रम चल रहा है. इस कार्यक्रम के द्वारा सराहना लेने के लिए मध्य प्रदेश सरकार छोटी-छोटी ग्राम पंचायतों से लेकर राजधानी तक कई कार्यक्रमों का आयोजन करा चुकी है, लेकिन बच्चों को पोषित करने वाले इस कार्यक्रम में लापरवाही का सबसे बड़ा मामला धार (Dhar) से सामने आया है. 


आरोप है कि धार में बच्चों को घटिया किस्म के मूंग वितरण किया गया. वितरण में लापरवाही और घटिया किस्म की मूंग बांटे जाने के आरोपों के चलते सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है. विपक्ष भी मुद्दे को आड़े हाथों ले रहा है. मध्य प्रदेश के धार जिले में 2 लाख से अधिक बच्चों को मूंग बांटी जा रही है. कई स्थानों पर खराब मूंग बांटे जाने की शिकायत जिला प्रशासन के सामने आई है.


देवास और हरदा से प्राप्त हो रही मिलावटी मूंग


इस पर सरकार और प्रशासन तत्काल हरकत में आए हैं. मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है. एबीपी संवाददाता ने मामले को लेकर जानकारी बटोरी. जानकारी में यह बात सामने आई कि धार जिले में बांटी जा रही मूंग देवास और हरदा से प्राप्त हो रही है जिसे खाद्य और आपूर्ति विभाग राशन की दुकानों से बच्चों को उपलब्ध कराया जा रहा है.


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ग्रामीण बोला- कचरा मिली मूंग हमारे बच्चे कैसे खाएंगे?


वितरण में लापरवाही और घटिया किस्म की मूंग के संबंध में जिला कलेक्टर पंकज जैन ने कार्रवाई करते हुए एक जांच कमेटी बनाने की बात कही. जांच कमेटी रिपोर्ट शीघ्र सौंपेगी. वहीं, इसी तरह सीहोर जिले के नसरुल्लागंज क्षेत्र में भी मूंग में मिट्टी और कचरा मिला आ रहा है. ग्रामीण दयाराम बारेला ने बताया, ''जो मूंग बांटी जा रही है वह खराब है, हमारे बच्चे कैसे खाएंगे? सरकार को यह नहीं करना चाहिए. खराब मूंग बांटने वालों पर कार्रवाई करें.''


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