Rain in MP: मध्यप्रदेश में अचानक मौसम ने करवट ली. मौसम का मिजाज रविवार से बदलना शुरू हो गया है बारिश ने लोगों को गर्मी की तपिश से राहत दी. मध्य प्रदेश के सीहोर, भिंड़, नर्मदापुरम के पास ग्रामीण इलाकों में तेज हवाओं के साथ ओले गिरे और बारिश हुई. सीहोर के बुधनी के पास ग्राम जवाहरखेड़ा में शासन के द्वारा  किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदा गया हजारों क्विंटल गेहूं क्षेत्र में अचानक आई हुई बरसात में भीग गया. वहीं बुधनी के ही ग्राम में ओलो की बरसात ने मूंग की फसल को भी चौपट कर दिया. विगत कई सालों से गेहूं खरीदी के टाइम बुधनी से लेकर बकतरा तक लाखो क्विंटल गेहूं ऐसे ही बरसात में भीग कर खराब हो जाता है लेकिन प्रशासन ने कभी भी सबक नही लिया.


इस गेंहू को बचाने की कोशिश नही की और हमेशा ही खुले में तौल करवाई जाती है. समय से माल का ट्रांसपोटेशन नही होने के कारण अकस्मात आने वाली बरसात से लाखो क्विंटल गेंहू खराब हो जाता है.


हजारों क्विंटल गेंहू भीगे
वहीं नर्मदापुरम ( होशंगाबाद ) जिले के बाबई ग्रामीण क्षेत्र में हुई तेज बारिश के चलते हजारों किवंटल गेंहूं भीग गया. पिछले 20 दिनो से तौलकर मैदान मे पडे गेहूं को नागरिक आपूर्ति निगम और ट्रांसपोर्टर  परिवहन नहीं कर पाए. नतीजन खुले मैदान में पड़ा गेहूं भीग गया है. जिसमे नागरिक आपूर्ति निगम और ट्रांसपोर्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है. हालाकिं कुछ समिति प्रबंधकों ने वरिष्ठ अधिकारीयो को पत्र भेजकर अवगत भी कराया था कि शीघ्र ही गेहूं का परिवहन कराया जाये जिसमे बेमौसम बारिश का खतरा होने के भी बताया गया था. बाबजूद इसके  अचानक मौसम परिवर्तन से तेज बारिश के चलते हजारो क्विटंल गेहूं भीगं गया.


जिसमे परिवहन मे देरी और ट्रांसपोर्टर की लापरवाही  सामने आई है. जबकि नियमानुसार तौल के 72 घंटे के भीतर परिवहन किया जाना चाहिए.लेकिन बारिश के कारण नर्मदापुरम जिले के ग्रामीण क्षेत्र बीकोर, आंखमऊ, बागलखेडी समितियो के द्वारा खरीदे गये हजारो किवटंल गेहूं का परिवहन नहीं होने के कारण बारिश मे भींग गया। ग्राम आंखमऊ मे 5230 किवटंल, बागलखेडी 5700 किवटंल, बीकोर मे 7 हजार किवटंल गेहूं भीगने की सूचना आ रही है.


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