MP Medical News: मध्य प्रदेश में मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मिशन की शुरुआत हुई है. यह देश में पहला मौका है जब इस तरह के किसी मिशन को शुरू किया गया है. सोमवार को इसी मिशन के तहत अमेरिका की ऐमरी यूनिवर्सिटी (Emery University) ने भोपाल की गांधी मेडिकल कॉलेज (Gandhi Medical College) के साथ एमओयू किया है. इस नवाचार से प्रदेश के चिकित्सा विद्यार्थियों को इससे लाभ मिलेगा. ऐमरी यूनिवर्सिटी शोध के क्षेत्र में प्रख्यात है इसके जरिए नवीन चिकित्सा तकनीकों का आदान प्रदान होगा. 


भोपाल को टीबी मुक्त बनाने की योजना
 
चिकित्सा ट्रेनिंग के माध्यम से चिकित्सा विद्यार्थियों के क्षमता का विकास होगा. एमओयू के जरिए संयुक्त चिकित्सीय शोध के प्रकल्प स्थापित होंगे. इससे भोपाल को टीबी मुक्त बनाने की कार्ययोजना तैयार होगी. ऐमरी यूनिवर्सिटी की ओर से डॉ मनोज जैन इस कार्यक्रम में शामिल हुए. इसमें ग्लोबल हेल्थ की वाईस प्रेसिडेंट रेबेका मार्टिन वर्चुअली शामिल हुई. इस दौरान अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, करलिन खोंगवार देशमुख, प्रोफेसर ऐमरी यूनिवर्सिटी डॉ मनोज जैन, डीएमई डॉ. जितेन शुक्ला, गांधी मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. अरविंद राय, अधीक्षक हमीदिया अस्पताल डॉ आशीष मौजूद रहे.


बता दें कि मध्य प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बना था जहां हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई की शुरुआत हुई थी. मध्य प्रदेश के सभी 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मौजूदा सत्र से ही एमबीबीएस प्रथम वर्ष में एनाटॉमी फिजियोलॉजी और बॉयो केमिस्ट्री की पढ़ाई कराई गई. वहीं विद्यार्थियों को अभी तक एमबीबीएस की पुस्तकें अंग्रेजी में उपलब्ध हुआ करती थी लेकिन अब एमबीबीएस की पुस्तक हिंदी में उपलब्ध हो गई है.


हिन्दी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम का पायलेट प्रोजेक्ट गांधी मेडिकल कॉलेज से शुरू हुआ था. पिछले महीने गृह मंत्री अमित शाह ने मेडिकल के हिंदी पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया था. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंगा ने बताया था कि पाठ्यक्रम के अध्यायों का रूपांतरण करने के लिये प्रथम वर्ष का कैलेंडर तैयार किया गया था.


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