Barwani News: पहले से जेल में आरोपियों को पुलिस ने बनाया आरोपी, कार्रवाई पर उठ रहे सवाल
बड़वानी पुलिस की कार्रवाई किरकिरी कराने का सबब बन गई है. मार्च से जेल में बंद कैदियों को पुलिस ने रामनवमी हिंसा का आरोपी बनाया और घर भी तोड़ दिया.
Barwani News: बड़वानी जिले में रामनवमी हिंसा के तीन नाम अब चर्चा का विषय बन गए हैं. पुलिस ने हिंसा मामले में दंगा और आगजनी से जुड़ी धाराओं के तहत शिकायतें दर्ज की थीं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सेंधवा की हिंसा के संबंध में पुलिस ने शाहबाज, फकरू और रऊफ को नामजद किया. पुलिस ने तीनों के खिलाफ दंगा करने और आगजनी की धाराओं में मामला दर्ज किया है. लेकिन 10 अप्रैल को हुई हिंसा के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े होने लगे क्योंकि नामजद तीनों व्यक्ति मार्च से जेल में बंद हैं और हिंसा के वक्त भी जेल में ही थे.
बड़वानी पुलिस की कार्रवाई करा रही किरकिरी?
रिपोर्ट के मुताबिक बड़वानी जिले के एसपी ने 11 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि 5 मार्च को सिकंदर नाम के एक युवक पर फायरिंग हुई थी. धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. तीनों आरोपी शाहबाज, फकरू और उमर थे. तब से लेकर तीनों आरोपी जेल में हैं. लेकिन अब 10 अप्रैल की हिंसा के दौरान दो बाइक में आग लगाने की शिकायत दर्ज की गई है. बड़वानी पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है कि पहले से जेल में बंद तीनों आरोपी दंगा और आगजनी कैसे कर सकते हैं?
मीडिया के सवाल पर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मनोहर सिंह का कहना है कि फिलहाल मामले की जांच की जाएगी. सेंधवा जेलर अजय वर्मा ने बताया कि जेल में बंद तीनों आरोपियों के खिलाफ राजेश तायल नामक एक व्यक्ति ने शिकायत की थी. राजेश की शिकायत के आधार पर 3 मार्च को मामला दर्ज किया गया था और तभी से तीनों जेल में बंद हैं. रामनवमी के दिन हुई हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने कई घरों को ढाह दिया है.
पहले से जेल में बंदी को बनाया हिंसा का आरोपी
प्रशासनिक कार्रवाई की चपेट में आया एक घर शाहबाज का भी है. जेल में पहले से बंद शाहबाज की मां सगीना ने आरोप लगाया है कि झड़पों के बाद हुई कार्रवाई में घर को तोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि पुलिस आई और उनके घर के कुछ हिस्से को तोड़ दिया. उन्होंने ये आरोप भी लगाया कि पुलिस को जब पता चला कि दंगे और आगजनी का आरोपी बेटा पहले से ही जेल में है तो उनके छोटे बेटे को जेल ले गई.
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