MP: बड़वानी में देशी तमंचों की मेकिंग रोकने के लिए पुलिस ने अपनाया ये खास तरीका, क्या है 'ऑपरेशन 360'?
MP News: बड़वानी में देशी तमंचों का निर्माण रोकने के लिए बड़वानी एसपी पुनीत गहलोत के आदेश पर ऑपरेशन 360 चलाया गया है. वहीं 18 सिकलीगरों को रोजगार दिलवाया गया है.
MP News: मध्य प्रदेश में देसी तमंचा का निर्माण रोकने के लिए बड़वानी पुलिस ने ऑपरेशन 360 के तहत बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने का अभियान शुरू किया है. इसी कड़ी में 18 लोगों को निजी क्षेत्र में रोजगार भी उपलब्ध कराया गया है ताकि वे अपराध को जन्म देने वाले देसी तमंचे के निर्माण से दूर रहे.
मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि कई राज्यों में जब अवैध हथियार का बड़ा जखीरा पकड़ा जाता है तो कहीं ना कहीं बड़वानी जिले का नाम जरूर सामने आता है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि बड़वानी जिले के कई इलाको में हथियार बनाये जाते हैं. यहां रहने वाले सिकलीगरों ने बड़ी संख्या में अवैध रूप से हथियार बनाने के लिए कारखाने नुमा छोटे-छोटे अड्डे बना रखे हैं. यहां बनने वाले देसी तमंचों का निर्माण रोकने के लिए बड़वानी एसपी पुनीत गहलोत ने ऑपरेशन 360 चलाया है. इसके तहत एक तरफ बड़वानी पुलिस अवैध हथियारों की धरपकड़ कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ शिक्षित सिकलीगरों को इस अवैध धंधे से दूर रखने के लिए रोजगार उपलब्ध करा रही है.
उंडीखोदरी के 18 सिकलीगरों को रोजगार दिलवाया
जब अवैध धंधे में लिप्त सिकलीगरों से पुलिस ने जानकारी हासिल की तो पता चला कि रोजगार नहीं होने की वजह से वे अवैध कारोबार में लिप्त है. इसी के चलते बड़वानी जिले में सिकलीगरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पुलिस ने अपनी ओर से प्रयास शुरू किए. इसी कड़ी में पलसूद थाना क्षेत्र के उंडीखोदरी के 18 सिकलीगरों को निजी कंपनियों में रोजगार उपलब्ध कराया गया है और उन्हें अपराध से दूर रहने की हिदायत भी दी गई है.
सोशल मीडिया के माध्यम से करते हैं हथियारों का धंधा
बड़वानी जिले के सिकलीगर अवैध हथियार बनाने में सबसे आगे हैं. वे सोशल मीडिया के माध्यम से देश भर में अपने दोस्त बनाकर उन्हें अवैध हथियार उपलब्ध कराने का धंधा करते हैं. पूर्व में मध्य प्रदेश के खरगोन, बड़वानी, इंदौर, उज्जैन सहित कई जिलों में अवैध हथियार पकड़े जाने के मामले में सिकलीगरों की भूमिका सामने आ चुकी है.
38 ने कराया पंजीयन, 18 को मिला रोजगार
बड़वानी पुलिस और प्रशासन के सहयोग से आयोजित किए गए रोजगार मेले के लिए 38 युवाओं ने पंजीयन किया था. इनमें चार निजी कंपनियों में 18 युवाओं को रोजगार मिला है. जिसमें प्रतिभा सिंटेक्स प्राइवेट लिमिटेड पीथमपुर में एक, एमी टैक्स एग्रो सर्विसेज जुलवानिया में 7, शुगर मिल घटवा में 3, इंडिया एग्रो प्राइवेट लिमिटेड सेंधवा में 7 युवाओं को रोजगार मिला है.
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