MahaShivratri in Ujjain: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर(Mahakaleshwar Temple) में वर्ष भर में एक बार दोपहर में भस्म आरती होती है. महाशिवरात्रि(Mahashivratri) के अगले दिन भगवान महाकाल दूल्हे के रूप में दर्शन देते हैं और दोपहर 12:00 बजे भस्म आरती की जाती है. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण हो गई है. लाखों की संख्या में शिव भक्त महाशिवरात्रि महोत्सव पर महाकालेश्वर मंदिर पहुंचते हैं. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक शिव नवरात्रि महोत्सव के दौरान ही महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी कर ली जाती है. इस बार विशेष रूप से 21 लाख दीपक घाटों पर लगाए जा रहे हैं, जिसके चलते शिव भक्तों में खासा उत्साह है.
लाखों की संख्या में पहुंचेंगे भक्त
इस बार पिछले साल की तुलना में अधिक श्रद्धालुओं के आने के इंतजाम किए गए हैं. महाकालेश्वर मंदिर परिसर का विस्तारीकरण भी हो रहा है. यह देखने के लिए भी शिव भक्त ललाहीत है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर विधि विधान के साथ धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया जा रहा है.
महाकालेश्वर मंदिर में 2 दिनों तक चलने वाले धार्मिक आयोजन इस प्रकार है-
उज्जैन मे 48 घंटे सतत दर्शन देंगे महाकाल
- महाशिवरात्रि कार्यक्रम1 मार्च (मंगलवार)
1 1 मार्च 2022 मंगलवार तड़के 2:30 बजे से खुलेंगे महाकाल के पट.
2 तड़के 3:00 बजे होगी भस्म आरती.
3 8:00 बजे होगी मंगला आरती.
4 महाशिवरात्रि पर निराकार स्वरूप में दर्शन देंगे बाबा महाकाल.
5 पूरे दिन चलेगी जलधारा.
6 12:00 बजे होगी शासकीय पूजा.
7 शाम 5:00 बजे मध्यप्रदेश शासन की ओर से शासकीय पूजा.
8 शाम 7:00 बजे संध्या आरती.
9 रात 12:00 बजे जिला प्रशासन की शासकीय पूजा.
नोट - 1 मार्च को शयन आरती नहीं होगी रात्रि जागरण होगा शयन आरती 2 मार्च को रात्रि 10:30 बजे होगी.
दिनांक 2 मार्च (बुधवार) के धार्मिक कार्यक्रम
10 रात्रि जागरण.
11 तड़के 4:00 बजे सेहरा श्रृंगार .
12 सुबह 4:00 बजे से 10:00 बजे तक सेहरा श्रृंगार दर्शन.
13 *मदोपहर 12:00 बजे भस्मारती.
14 दोपहर 2:00 बजे भोग आरती.
15 48 घंटे निराहार रहेंगे महाकाल.
16 1 मार्च को भोग आरती नहीं होगी, भोग आरती 2 मार्च को दोपहर 2:00 बजे होगी.
17 2 मार्च को तड़के होने वाली भस्म आरती दोपहर 12:00 बजे होगी साल में एक बार होती है दोपहर में भस्म आरती.
18 2 मार्च को तड़के 4:00 बजे से सुबह 10:00 बजे तक दिव्य सेहरा श्रंगार दर्शन होगा.
19 4 मार्च को शाम 4:00 बजे से शयन आरती तक पंच मुखौटा श्रंगार दर्शन होगा और इसी के साथ महाशिवरात्रि पर्व महोत्सव का समापन होगा.
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