MP News: हाईवे निर्माण की जद में आ रहे 165 घरों पर चला बुल्डोजर, अफसरों के सामने फूट-फूटकर रोईं बेघर महिलाएं
इछावर के भाऊखेड़ी गांव में सड़क निर्माण के चलते 165 मकानों पर बुलडोजर चला दिया गया है. इसमें 8 पीएम आवास भी शामिल हैं. इस कार्रवाई से बेघर हुए लोग गुस्से में हैं और महिलाएं फूट-फूटकर रो रही हैं.
MP News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर, पूर्व राजस्व मंत्री और वर्तमान विधायक करण सिंह वर्मा के गढ़ में महिलाएं फूट-फूटकर रो रही हैं. बीते चार-पांच दिनों से महिलाओं ने खाना नहीं खाया है. इछावर विधानसभा के भाऊखेड़ी गांव यह हाल है. दरअसल यहां सड़क निर्माण के चलते डेढ़ सौ से अधिक मकानों पर बुलडोजर चला दिया गया है. इनमें पीएम आवास योजना के तहत आने वाले घर भी शामिल हैं.
अपने आशियाने टूटने की वजह से महिलाएं एक दिन पहले एसडीएम कार्यालय पहुंची. यहां गुस्साए लोगों ने जमकर नारेबाजी की और महिलाएं अफसरों को परेशानी बताते हुए रो पड़ीं. महिलाओं ने बताया कि अब घर टूट गया है, अब हम कहां रहेंगे. बता दें ब्रज गोपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी भाऊखेड़ी जोड़ से लेकर अमलाह तक लगभग 18 किलोमीटर का 52 फीट चौड़ा हाईवे निर्माण कर रही है, जिसके चलते यह हाईवे ग्राम भाऊखेड़ी के बीचो-बीच से भी निकल रहा है और रोड की चौड़ाई में आने वाले लगभग 165 घरों को तोड़ा जा रहा है.
हाईवे निर्माण की जद में आ रहे 165 घरों पर चला बुल्डोजर
जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के सबसे वरिष्ठ विधायक और पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के गढ़ इछावर के भाऊखेड़ी में प्रशासन ने अब तक 165 मकानों को तोड़ दिया हैं, जिनमें आठ पीएम आवास भी हैं. प्रशासन की कार्रवाई से लोग बेघर हो गए हैं तो वहीं कई लोगों का रोजगार छिन गया है. प्रशासन की इस कार्रवाई से गांव में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है. प्रशासन की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में रोष भी पनप रहा है. बता दें कि हाईवे निर्माण की जद में आ रहे ग्राम भाऊखेड़ी के 165 लोगों के घर तोड़ दिए गए हैं. बेघर होने से गुस्साए लोग सड़कों पर आकर अपना आक्रोष प्रकट कर रहे हैं.
आक्रोशित लोगों ने लगाए जमकर नारे
प्रशासन की कार्रवाई के बाद बेघर हुए लोग जब एसडीएम कार्यालय पहुंचे तो यहां गुस्साए लोगों ने जमकर नारेबाजी की. इस दौरान आक्रोशित महिलाओं ने 'गली-गली में शोर है, हमारा नेता चोर है' के नारे लगाए. इतना ही नहीं बेघर हुईं महिलाएं अफसरों के सामने अपनी आपबीती सुनाते हुए फफक-फफक कर रो पड़ीं. इस दौरान महिलाएं अफसरों से कहती नजर आईं कि बताओ अब हम कहां रहेंगे. ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि 'बगैर किसी नोटिस के हमारे घर तोड़ दिए गए जबकि हमारे मकान अतिक्रमण में नहीं थे. यह सरकार हमने इसलिए बनवाई थी कि हमारे ही घर तोड़े जाएं.'
घर टूटा तो आंगनबाड़ी भवन बना आसरा
भाऊखेड़ी में सड़क निर्माण की वजह से मकान टूटने के बाद एक परिवार अपनी जवान बेटियों के साथ आंगनबाड़ी भवन में रहने को मजबूर हो गया है. ऐसा कोई एक परिवार नहीं है बल्कि अनेक परिवारों के हालात ऐसे ही बने हुए हैं. पीड़ित ग्रामीणों की कोई सुनने वाला नहीं है. इस दौरान लोगों ने प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की विकास यात्रा पर हमला बोला. लोगों ने कहा कि सीएम वहां विकास यात्रा निकाल रहे हैं, जबकि गांव भाऊखेड़ी में विनाश ही विनाश नजर आ रहा है. विकास यात्रा निकालनी हो तो गांव भाऊखेड़ी आएं.
पूर्व राजस्व मंत्री पर लगाया आरोप
जनपद सदस्य लखन पटेल ने कहा कि हमारे पूर्व राजस्व मंत्री और विधायक करण सिंह वर्मा ने चाहा नहीं, यदि वे चाहते तो गांव के बाहर से सड़क मार्ग निकल सकता था. बगैर आपत्ति के रोड था. लेकिन पूर्व राजस्व मंत्री ने नहीं चाहा. आज लोग परेशान हैं. मजदूरी के भी लाले पड़ गए हैं. हम सरकार नहीं है फिर भी हम गरीबों के लिए लड़ाई लड़ेंगे.
ये भी पढ़ें: MP Election 2023: विकास यात्रा के जरिए जनता को लुभाने की कोशिश में BJP, इन बस्तियों पर है खास फोकस