MP Politics: बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के गढ़ में गरजे चंद्रशेखर, कहा- 'आंख दिखाने वाले पाखंडी का इलाज हो जाएगा'
MP News: छतरपुर में चंद्रशेखर आजाद ने कथावाचकों और पंडितों पर जमकर निशाना साधा.
Chhatarpur News: आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के छतरपुर में हुंकार भरी. उन्होंने कहा कि अगर कोई पाखंडी हमें आंख दिखाएगा तो इलाज हो जाएगा,यही बताने मैं छतरपुर आया हूं. उन्होंने कथावाचकों और पंडितों पर निशाना साधते हुए कहा कि तुम लोग अभी की सरकार के भरोसे बैठे हुए हो, याद रखना निजाम बदलेगा. तुम्हारे एक-एक कारनामों की जांच की जाएगी.
छरतपुर जिला प्रशासन को भी दी चुनौती
चंद्रशेखर ने छतरपुर के जिला प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा, "मैं आरडी प्रजापति के साथ खड़ा हूं, जो भी इनके सामने आएगा,आंख दिखाएगा, उसे चंद्रशेखर का सामना करना पड़ेगा. यहां का शासन-प्रशासन सुन ले,वह यह न समझे कि आरडी प्रजापति अकेला है. गुंडागर्दी खत्म नहीं हुई तो यहां की सरकार भी बदलेगी,कोई कोताही नहीं बरती जाएगी.अगर मैं चाहता तो यह सभा एसपी ऑफिस के बाहर करता तो उन्हें भी एहसास हो जाता। उन्हें हमारी ताकत का पता चलता, मैं कहता हूं कि इस प्रदेश में एक आदिवासी को मुख्यमंत्री बनना चाहिए."
आजाद समाज पार्टी के प्रमुख ने कहा, "सत्ता के संरक्षण में गुंडे खुलेआम घूमते हैं. बहुजनों पर गोलियां चलाई जाती हैं. अगर आप लोग गुलाम नहीं हो तो गुलामी की बेड़ियां काटने के लिए तैयार हो जाओ. जब देश आजाद हुआ तो व्यवस्था के कारण जो गरीब था,वह गरीब ही रह गया, जो अमीर था वह और अमीर हो गया. पहली सरकार बिना चुनाव के बनी. पंडित जवाहर लाल नेहरू प्रधानमंत्री बने,उन्होंने वादा किया कि पूर्ण रूप से संविधान लागू किया जाएगा. आज दुनिया का सबसे अच्छा संविधान कहीं है तो वह कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया है. आजादी के बाद जो राज किया करते थे,वह गुलाम हो गए.उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी हमारे पास अपने पक्के मकान नहीं हैं.मैं मध्य प्रदेश के हर व्यक्ति को पक्का मकान दिलाकर रहूंगा."
धीरेंद्र शास्त्री के भाई पर क्या आरोप हैं
दरअसल 11 फरवरी को छतरपुर के गढ़ा गांव में एक दलित परिवार में बेटी की शादी थी. बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई सालिगराम ने वहां जाकर लड़की के घर वालों से मारपीट की थी और धमकाया था.इसका वीडियो भी वायरल हुआ था.भीम आर्मी के दबाव में पुलिस ने शालिगराम के खिलाफ मामला दर्ज किया था. भीम आर्मी का कहना है कि अपराधियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई होती है,इस मामले में नहीं की गई. इसी बात से नाराज भीम आर्मी ने प्रदर्शन किया.
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