(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
MP News: भिंड जिला शिक्षा अधिकारी का तुगलकी फरमान, कोचिंग और ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षकों को अब देनी होगी थाने में हाजिरी
मध्य प्रदेश के भिंड जिला शिक्षा अधिकारी का तुगलकी फरमान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश के मुताबिक, कोचिंग और ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षकों को अब थाने में हाजिरी देनी होगी.
भिंड़: मध्य प्रदेश में गुरुवार से शुरु हुई हायर सेकेंडरी हाई स्कूल बोर्ड परीक्षाओं (Higher Secondary High School Board Exam) से पहले भिंड (Bhind) जिला शिक्षा अधिकारी ने अजीबोगरीब तुगलकी फरमान जारी किया है. इस आदेश के अनुसार, परीक्षा समयावधि में निजी कोचिंग- ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षकों (Tutor) को अपराधियों के समान परीक्षा अवधि के शुरू होने से समाप्त होने तक थाने में बैठाया जाएगा. जिला शिक्षा अधिकारी के इस तुगलकी फरमान की कॉपी सोशल मीडिया (Social Media) पर जमकर वायरल हो रही है.
ज़िला शिक्षा अधिकारी ने जारी किया है अनोखा तुगलकी फरमान
दरअसल भिंड ज़िला हमेशा किसी न किसी वजह से सुर्ख़ियों में रहता है. खासकर बोर्ड परीक्षाओं में नक़ल को लेकर ज़िले की छवि पर खासा असर देख गया है. हालांकि इस बार भी ज़िला प्रशासन नक़ल रोकने को लेकर शत प्रतिशत दावे कर रहा है. लेकिन इन दावों के साथ ज़िला शिक्षा अधिकारी हरिभवन सिंह तोमर ने अनोखा फ़रमान जारी किया है. उन्होंने हाल ही में सभी विकासखंडों अधिकारियों को एक पत्र जारी किया है, जिसमें ऐसे सभी शिक्षकों की सूची एसडीएम से अनुमोदन लेकर जारी करने के निर्देश हैं जो निजी कोचिंग में ट्यूशन पढ़ाते हैं.ऐसे शिक्षकों को परीक्षा तारीखों के दिन थाने में उपस्थित करने के लिए निर्देशित करने का आदेश जारी किया गया है.
डीईओ के फरमान की कॉपी सोशल मीडिया पर हो रही वायरल
डीईओ साहब का तुगलकी फ़रमान 11 फरवरी को निकाला गया था. जिसकी कॉपी आज सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने आपत्ति करते हुए सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया है. क्यूँकि ऐसे शिक्षक जो बच्चों को कोचिंग देते हैं. पढ़ाते हैं उन्हें अपराधियों के सामान थानों में उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया जा रहा है. जब इस सम्बंध में DEO से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया. वहीं कमलेश कुमार एडिशनल एसपी भिंडने इस प्रकार के किसी भी पत्र मिलने से इनकार कर दिया है.
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