Bhopal News: नहीं थम रहा सीधी का पेशाब कांड, प्रवेश शुक्ला का घर गिराने पर ब्राह्मण समाज ने जताया आक्रोश
Madhya Pradesh: ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रवेश शुक्ला ने घटना को अंजाम दिया था तो उसके घर वालों की क्या गलती थी. समाज के लोगों ने एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है.
Bhopal News: सीधी जिले में हुआ पेशाब कांड मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रवेश शुक्ला के घर तोड़ने और प्रवेश शुक्ला पर एनएसए की कार्रवाई को लेकर आज ब्राह्मण समाज ने आक्रोश जताया. सामूहिक रूप से एकत्रित होकर ब्राह्मण समाज के लोग सीधी जिला मुख्यालय स्थित कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां कलेक्टर के नहीं मिलने पर गधे के फोटो वाले चित्र को ज्ञापन सौंपकर आक्रोश जताया.
सीधी जिले में प्रवेश शुक्ला के परिवारजनों के समर्थन में आज ब्राह्मण समाज के लोग सीधी जिला मुख्यालय स्थित कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. मौके स्थिति को देखते हुए कलेक्टर कार्यालय पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा. इस दौरान ब्राह्मण समाज के लोगों ने नारेबाजी की. सीधी कलेक्टर के बाहर नहीं आने पर सभी ब्राह्मण बंधु गेट पर ही बैठ गए और रघुपति राघव राजा राम का गान करने लगे. इस दौरान बड़ी संख्या में समाज की महिलाएं भी मौजूद रहीं.
एक तरफा की कार्रवाई का आरोप
मीडिया को संबोधित करते हुए ब्राह्मण समाज संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक तरफा कार्रवाई की है. प्रवेश शुक्ला गलत था तो उसके परिवार वालों ने क्या बिगाड़ा था. प्रवेश शुक्ला का घर गिरा दिया, उसके चाचा का घर गिरा दिया. आज पूरा परिवार सड़क पर आ गया है. ये तानाशाही है. इसके खिलाफ आज हम ज्ञापन सौंपने आए हैं. पदाधिकारियों ने कहा कि तीन साल पुराना वीडियो बताया जा रहा है, तीन साल में प्रवेश शुक्ला ने ऐसे कौन से काम किए जिस पर एनएसए की कार्रवाई करनी पड़ी.
तीन घंटे तक कलेक्टर का इंतजार
ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि कलेक्ट्रेट कार्यालय के गेट पर तीन घंटे तक बैठे रहे, कलेक्टर का इंतजार करते रहे. 'रघुपति राघव राजा राम' का भजन किया, लेकिन कलेक्टर हमसे मिलने नहीं आए. जिला कलेक्टर की यह तानाशाही है कि वे जनता का ज्ञापन तक नहीं लेते. इसलिए हम लोगों ने दुखी मन से शिवराज सरकार के खिलाफ गधे का सांकेतिक फोटो को ज्ञापन सौंपकर जा रहे हैं.
प्रवेश के कृत्य की निंदा
समाज के बड़े अधिकारियों ने कहा कि प्रवेश शुक्ला के कुकृत्य की हम निंदा करते हैं, लेकिन उसकी सजा उसके परिवार वालों को क्यों दी जा रही है, उसके चाचाओं को क्यों दी गई. मकान पर बुलडोजर क्यों चला दिया गया. यह एक दो साल पुराना कांड है, इस दौरान प्रवेश शुक्ला ने ऐसा क्या किया कि उस पर एनएसए की कार्रवाई की गई. इसके विरोध में ही हम ज्ञापन सौंपने आए थे.
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