Raisen News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रायसेन (Raisen) जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक शख्स ने पहले पत्नी और 2 बच्चों को जहर दिया और फिर खुद फांसी के फंदे पर झूल गया. इसमें पति-पत्नी समेत एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक बच्चे की हालत गंभीर है. उसे इलाज के लिए भोपाल (Bhopal) रेफर किया गया है. घटना रायसेन जिले के नगर बाड़ी में मंगलवार सुबह की है. नगर के वार्ड आठ कसेरा मोहल्ला के रहने वाले सर्राफा व्यापारी ने अपनी पत्नी और दो बेटों को जहर देकर खुद फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली.
शख्स की नगर में हिंगलाज रोड पर बालाजी ज्वेलर्स की दुकान है. जानकारी के अनुसार ज्वेलर्स दुकान संचालक जितेंद्र सोनी ने मंगलवार की सुबह यह कदम उठाया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है, अभी तक कारणों का ठीक से पता नहीं चला है. घटना की जानकारी मिलते ही नगर में सनसनी फैल गई. इसका पता तब चला जब परिवार के दूसरे सदस्यों ने सुबह सात बजे जितेंद्र के छोटे बेटे की कराहने की आवाज सुनी. परिजन कमरा खोलकर अंदर पहुंचे तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गए. उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी और गंभीर हालत में 10 साल के कार्तिक सोनी को अस्पताल पहुंचया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद भोपाल रेफर कर दिया गया.
परिजनों से भी हो रही है पूछताछ
वहीं 35 साल के जितेंद्र सोनी, उनकी 32 साल की पत्नी रिंकी सोनी और 12 साल के बेटे वैष्णव सोनी की मौत हो चुकी थी. पुलिस मौके पर पहुंचकर मौत के कारणों की पता लगाने का कोशिश कर रही है. फिलहाल परिजन कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं. रायसेन से मौके पर पहुंचे एएसपी अमृत मीणा के निर्देशन में बाड़ी पुलिस मामले की जांच कर रही है. परिजनों सहित आस-पास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. तीनों मृतकों के शवों को पीएम के लिए अस्पताल भेजा गया है.
सुसाइड नोट में लिखी है ये बात
मृतक सर्राफा व्यापारी जितेंद्र सोनी विहिप और बजरंग दल में महत्वपूर्ण पदों पर अपना दायित्व निभा रहे थे. वहीं आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण परेशान थे. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बारीकी से मुआयना किया. पुलिस को कमरे में ही एक रजिस्टर पर सुसाइड नोट मिला, जिसमें उन्होंने अपनी परेशानियों का हवाला देकर लिखा है कि अपनी भूमि शासन के कब्जे से छुड़ाने में हताश हो चुके हैं और आर्थिक स्थिति भी खराब हो चुकी है. पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में लिखा है, "मैं अपने परिवार से बहुत प्यार करता हूं और इस मतलबी दुनिया में किसी के सहारे नहीं दर-दर की ठोकरें खाने के लिए नहीं छोड़ सकता, इसलिए मैं सभी को साथ लेकर यह कड़ा कदम उठाने पर मजबूर हूं, इसमें किसी को परेशान न किया जाए और शासन-प्रशासन तक मेरे मरने के बाद न्याय दिलाया जाए."
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