Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी) के प्रमुख और विधायक कमलेश्वर डोडियार पर एक मेडिकल स्टोर के मालिक से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का प्रयास करने का आरोप है, जिसे उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया. डोडियार ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने राजनीतिक हलफनामे में कहा था कि वह मात्र 10 हजार रुपये के साथ चुनाव लड़ रहे हैं. डोडियार का संगठन राजस्थान की सीमा से सटे कुछ क्षेत्रों में आदिवासी राजनीतिक गुटों का प्रतिनिधित्व करता है.
विधायक ने बताया मामले को बीजेपी की साजिश
राज्य विधानसभा अध्यक्ष से मंजूरी मिलने के बाद संभावित रूप से गिरफ्तारी का सामना कर रहे 33 वर्षीय विधायक ने एक वीडियो जारी कर आरोपों को निराधार बताया और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को इसकी साजिश के लिए जिम्मेदार ठहराया. साथ ही उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टोर संचालक लंबे समय से गैरकानूनी काम किया जा रहा है.
कई धाराओं में केस दर्ज
वहीं रतलाम के पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा ने बताया कि डोडियार के खिलाफ जबरन वसूली, मौद्रिक लाभ के लिए हमला, हिंसा, आपत्तिजनक भाषा का उपयोग, आपराधिक धमकी सहित विभिन्न आरोपों के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
मामले की जांच जारी
अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि राज्य विधानसभा अध्यक्ष को सूचित करने जैसी कानूनी प्रक्रिया का पालन करने के बाद विधायक को गिरफ्तार किया जाएगा.
चर्चा में आए थे कमलेश्वर डोडियार
बता दें कि मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की सैलाना सीट से जीतकर आए विधायक कमलेश्वर डोडियार की खूब चर्चाएं हुईं थी. उन्होंने दावा किया था कि वे मध्य प्रदेश के सबसे गरीब विधायक हैं. जीत के बाद वे भोपाल बाइक से गए थे, जिसकी चर्चा एमपी समेत देशभर में हुई थी.
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