Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में पुलिस की तत्परता से शहर के आनंदम टाउनशिप में एक बड़ी वारदात होने से टल गई. दरअसल, एक 46 वर्षीय शिक्षक को बदमाशों ने किराया देने का झांसा देकर बुलाया और करीब 10 घंटे से ज्यादा तक बंधक बनाकर रखा. मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर बंधक शिक्षक को छुड़ाया. सीएसपी अमन मिश्रा के मुताबिक कुंडीपुरा थाना क्षेत्र के त्रिलोकी नगर निवासी 46 वर्षीय नंदकुमार डेहरिया के यहां संतोष सोनी एक वर्ष पहले किराए पर रहता था. संतोष पर कुछ महीने का किराया बाकी था.ऐसे में शुक्रवार को संतोष ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर शिक्षक नंद कुमार को किराया देने के नाम पर आनंदम टाउनशिप बुलाया था.
आनंदम टाउनशिप पहुंचने पर संतोष और उसके साथियों ने नंद कुमार के साथ जमकर मारपीट की. युवकों ने शिक्षक को डरा धमकाकर नगदी समेत 25 हजार रुपये और बाइक छीन कर शिक्षक को बंधक बना लिया. जानकारी पर पुलिस टीम घटना स्थल पहुंचकर घेराबंदी कर शिक्षक को आरोपियों से छुड़ाया. वहीं इस मामले के दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक आरोपी मौके से फरार हो गया था. वहीं आज सुबह कुंडीपुरा पुलिस ने फरार आरोपी को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
ऐसे मिली बंधक शिक्षक को मदद
कुंडीपुरा पुलिस के मुताबिक नंदकुमार शुक्रवार सुबह लगभग 10 बजे आनंदम टाउनशिप पहुंचे थे. संतोष और उसके साथियों ने नंदकुमार के साथ मारपीट कर उसे बंधक बना लिया. इस दौरान आरोपियों ने उनका फोन छीनकर अलग आले में रख दिया था. देर शाम संतोष अपने साथी के साथ जब कमरे से बाहर निकला तो मौका पाकर बंधक शिक्षक नंदकुमार मुंह में दबाकर मोबाइल अपने पास लाए और जैसे-तैसे पत्नी के नंबर पर पुलिस थाने जल्दी जाओ का मैसेज किया. नंदकुमार ने आरोपियों के डर से यह मैसेज डिलीट भी कर दिया था. पति का मैसेज देखकर घबराई पत्नी कुंडीपुरा थाने पहुंची पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर मोबाइल की लोकेशन निकाली और आनंदम टाउनशिप पहुंची.
25 हजार की नगदी और बाइक बरामद
रात लगभग दस बजे पुलिस जब मकान में पहुंची तो शिक्षक को रस्सी से बंधा देख हैरान रह गई. पुलिस ने मौके से संतोष सोनी, सुकलू ढाना निवासी निहाल पिता राजेश बरमैया को गिरफ्तार किया था. वहीं लक्की उर्फ प्रवीण को भी आज बाइक समेत गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 25 हजार की नगदी और बाइक बरामद की है. संतोष सोनी एक साल पहले त्रिलोकी नगर में पीड़ित शिक्षक के यहां किराए पर रहता था. पुलिस अक्सर संतोष सोनी की पूछताक्ष में आती रहती थी. इस बात से नाराज मकान मालिक संतोष से मकान खाली करने का भी बोल चुके थे. एक दिन कोतवाली थाने में दर्ज 420 के मामले में संतोष को जेल हो गई.
मकान मालिक को निशाना क्यों बनाया?
वहीं संतोष सोनी पर कुछ महीने का किराया बाकी था. जेल से रिहा होने के बाद मकान मालिक ने संतोष से अपना बाकी किराया मांगा तो फिर आरोपी संतोष ने किराए देने का झांसा देकर लूट की कहानी रची. आरोपी संतोष शिक्षक नंद कुमार के यहां काफी समय तक किराए पर रह चुका था. संतोष को शिक्षक की आर्थिक स्थिति के विषय में पूरी जानकारी थी. जेल से छूटने के बाद आर्थिक तंगी के चलते संतोष सोनी ने अपने पुराने मकान मालिक नंद कुमार डेहरिया को निशाना बनाकर लूटा. आरोपी संतोष सोनी पीड़ित शिक्षक को तीन दिनों से पुराना किराया देने के नाम पर झांसा देकर बुला रहा था. पहले दिन शिक्षक कार से जाने वाले थे, लेकिन नहीं जा पाए. आखिरकार पीड़ित शिक्षक तीसरे दिन बाइक से आरोपियों के घर आनंदम टाउनशिप पहुंचे और इस घटना के शिकार हुए.