Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने जबलपुर को तीन बड़ी सौगात दी है. एक नए औद्योगिक एरिया के निर्माण के साथ उन्होंने प्रदेश का दूसरा ग्लोबल स्किल सेंटर जबलपुर में बनाने की घोषणा की है. इसी के साथ जबलपुर के 17 घाटों को मिलाकर नर्मदा कॉरीडोर बनाने का ऐलान भी सीएम ने किया. यहां बता दे कि शिवराज सरकार पर जबलपुर और महाकौशल इलाके की उपेक्षा के आरोप लंबे समय से लगते रहे हैं. जबलपुर जैसे बड़े जिले से शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल में एक भी विधायक को जगह नहीं मिली हुई है. वहीं महाकौशल से सिर्फ एक विधायक मंत्री पद हासिल कर पाया है. इसी वजह से जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गणतंत्र दिवस पर जबलपुर में झंडारोहण का फैसला लिया तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन पर तंज भी कसा.
कमलनाथ ने कहा कि चुनाव के सात महीने पहले शिवराज सिंह चौहान को महाकौशल और जबलपुर की याद आ रही है. वह सिर्फ झूठी घोषणाएं करते हैं. वैसे अपने दो दिन के जबलपुर दौरे के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बॉडी लैंग्वेज बेहद पॉजिटिव थी. उन्होंने यह भी दावा किया कि विकास के मामले में मध्य प्रदेश में इंदौर से भी आगे जबलपुर रहेगा. इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि "आज संस्कारधानी में मुझे यह कहते हुए खुशी है कि रांझी इलाके में नया इंडस्ट्रियल एरिया बनाया जाएगा. इसके लिए 820 एकड़ जमीन चुनी गई है. यहां कमर्शियल और आवासीय प्लॉट के साथ लॉजिस्टिक पार्क भी होगा. इसकी रिंग रोड से भी कनेक्टिविटी होगी. हम ग्रीन फील्ड शहर बनाने आगे बढ़ेंगे."
ग्लोबल स्किल पार्क बनाने की घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज ने गणतंत्र दिवस के समारोह में अपने भाषण में प्रदेश का दूसरा ग्लोबल स्किल पार्क जबलपुर में बनाने की घोषणा की. इसके साथ ही जबलपुर में बहुप्रतीक्षित नर्मदा कॉरिडोर की मांग भी मुख्यमंत्री ने पूरी कर दी. उन्होंने कहा कि जबलपुर जिले में नर्मदा नदी के मुख्य घाट के साथ अन्य 17 घाटों के मिलाकर नर्मदा कॉरिडोर बनाया जाएगा, जो पूरे देश मे उत्कृष्ट होगा. हालांकि, शिवराज ने बड़ी-बड़ी घोषणाएं करके पहले भी जबलपुर का दिल जीतने की कोशिश की, लेकिन पहले के तमाम वादे अधूरे ही रह गए. बीजेपी विधायक और पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट कहते हैं कि यह सिर्फ जबलपुर के साथ छलावा है. जबलपुर के तमाम प्रोजेक्ट अधूरे पड़े हैं जिनकी ओर शिवराज सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है.
भोपाल में बन रहा है पहला ग्लोबल स्किल पार्क
यहां बता दे कि प्रदेश के युवाओं के स्किल्स डेवेलपमेंट के लिए भोपाल के नरेला में देश का सबसे बड़ा ग्लोबल स्किल पार्क बन रहा है. करीब एक हजार 548 करोड़ रुपये की लागत से सिंगापुर के तकनीकी परामर्श एवं सहयोग से ग्लोबल स्किल पार्क का निर्माण 30 एकड़ क्षेत्र में हो रहा है. इस परियोजना के लिये एडीबी से 967.50 करोड़ का कर्ज मिला है जबकि, मध्य प्रदेश सरकार 580.50 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है. ग्लोबल स्किल पार्क के प्रारंभ में 6 हजार युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जाएगा, बाद में हर साल करीब 10 हजार युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य राज्य सरकार ने निर्धारित किया है. ग्लोबल स्किल पार्क में प्रशिक्षण के लिये जो ट्रेड तय किये गये हैं, उनमें मेकाट्रोनिक्स, मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक्स, पॉवर एंड कंट्रोल, नेटवर्क एंड सिस्टम एडमिनिस्ट्रेशन, रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडिशनिंग, मैकेनिकल एण्ड इलेक्ट्रिकल सर्विसेज, ऑटोमोटिव, मैकेनिकल टेक्नोलॉजी, हॉस्पिटैलिटी, रिटेल और प्रिसिजन इंजीनियरिंग (ग्लोबल स्किल्स पार्क सिटी कैंपस में संचालित) शामिल हैं.