Madhya Pradesh News: चुनावी साल में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दूसरा मास्टर स्ट्रोक खेला है. पहले जहां सीएम शिवराज ने 'सीखो-कमाओ' योजना योजना लॉन्च की वहीं अब प्रांतीय सम्मेलन में सीएम ने प्रदेश के डेढ़ लाख संविदा कर्मचारियों के हित में बड़ी घोषणा की है. आइए जानते हैं अब संविदाकर्मियों को क्या-क्या सुविधाएं दी जाएंगी.
भोपाल के मोतीलाल नेहरु स्टेडियम में आयोजित संविदा कर्मचारियों के प्रांतीय सम्मेलन में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं यह फैसला कर रहा हूं कि संविदा कर्मचारियों की प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त की जाती है. सीएम की घोषणा के बाद अब संविदा कर्मचारियों के स्थायी कर्मचारियों की तरह ही सुविधाएं मिलेंगी.
2015 में हुई थी भर्तियां
बता दें मध्यप्रदेश में संविदा भर्तियों की शुरुआत साल 2015 से हुई थी. इसके लिए सरकार ने राजपत्र जारी किया था. इन्हें लाने की बड़ी वजह थी सरकारी खर्चें कम करना. संविदा पर भर्ती कर्मचारियों की नियुक्ति कॉन्टै्रक्ट के अनुसार करने का प्रावधान है. अब तक इन संविदा कर्मचारियों को रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी और अन्य लाभ नहीं मिलते थे.
संविदा कर्मचारियों की तारीफ
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संविदा कर्मचारियों की जमकर तारीफ की. सीएम ने कहा कि मैं कोरोनाकाल में सीएम बना था. कोरोनाकाल में संविदा कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह किए गए बगैर लोगों का जबरदस्त ख्याल रखा है. सीएम ने कहा संविदा कर्मचारियों ने जरुरत पड़ने पर नियमित कर्मचारियों से भी ज्यादा काम किया है. इस दौरान सीएम ने एक और एलान करते हुए कहा कि नेशनल पेंशन स्कीम का लाभ भी सभी संविदा कर्मचारियों को दिया जाएगा.
संविदाकर्मियों को मिलेंगे ये लाभ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एलान किया कि अब संविदाकर्मियों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ भी दिया जाएगा. अनुंकपा नियुक्ति भी प्रदान की जाएगी. रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी की सुविधा भी दी जाएगी. अब जितनी भी भर्ती होंगी उनमें 50 फीसदी आरक्षण संविदाकर्मियों को दिया जाएगा.
नियमित कर्मचारियों की तरह मिलेंगी छुट्टियां
यही नहीं संविदाकर्मियों को 180 दिन की मेटरनेटिव लीव भी दी जाएगी. साथ ही एच्छिक अवकाश के साथ सीएल-पीएल भी नियमित कर्मचारियों के साथ दिया जाएगा. इसके अलावा संविदाकर्मियों का जो वेतन बाकी है उन्हें वो पूरा दिया जाएगा और इसको लेकर जो केस चल रहे हैं वो भी बंद होंगे.
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