इंदौर: इंदौर में आयोजित होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आने वाले एनआरआई के लिए शहर के मंदिर,ऐतिहासिक धरोहर और फूड जोन के लिए जाने जाने वाली 56 दुकान पर विशेष इंतजाम किए गए हैं. वहां जाकर प्रवासी भारतीय जाकर चर्चित व्यंजनों का लुत्फ ले सकते हैं.रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ इंदौर के 56 दुकान पहुंचे. वहां उनका भव्य स्वागत किया गया. इस अवसर पर उन्होंने गीत भी गाए.
CM शिवराज ने ये गीत सुनाए
भारत सरकार के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इंदौर की 56 दुकान जाकर पान का जायका लिया था. उन्होंने यहां के जायके की जमकर तारीफ की थी. वहीं 'पधारो म्हारे देश' और 'मेहमां जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है'गीत के बोल के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को इंदौर के सुप्रसिद्ध फूड जोन 56 दुकानों में प्रवासी भारतीयों का स्वागत करते हुए कहा कि इंदौर वासियों ने तोरण द्वार लगाकर नहीं बल्कि दिल के द्वार खोलकर अतिथियों का स्वागत किया है.मैं ऐसे अतुलनीय और अद्भुत इंदौर वासियों का देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश की ओर से हार्दिक स्वागत करता हूं.
रविवार देर शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ 56 दुकान पहुंचे.कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री का 56 दुकान के व्यापारी संघ के अध्यक्ष और व्यापारियों ने मुख्यमंत्री चौहान का पुष्प गुच्छ और स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ स्वागत किया.वही मुख्यमंत्री ने प्रवासी भारतीयों का शाल ओढ़ाकर कर स्वागत किया.
स्वादिष्ट व्यंजनों का जायका
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पत्नी के साथ इन दुकानों के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाते हुए कहा कि 56 दुकान भाषण देने की जगह नहीं खाने-पीने का स्थान है. मैं भाषण देकर स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ अन्याय नहीं कर सकता हूं.वहीं देशभक्ति के गीतों के साथ सुसज्जित मंच पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने चिर-परिचित अंदाज में 'नदिया चले चले रे धारा, और 'मेहमां जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है' जैसे गीत सुनाए.
इस बार प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन इंदौर में किया जा रहा है. यह सोमवार से शुरू होकर मंगलवार तक चलेगा. सम्मेलन के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे संबोधित करेंगे.
ये भी पढ़ें
Indore: विदेश मंत्री S. Jaishankar ने लिया पान का स्वाद, 56 दुकान पर उठाया और भी व्यंजनों का लुत्फ