Bhopal News: इंदौर (Indore) और भोपाल (Bhopal) में कमिश्रर प्रणाली को पूरा एक साल हो गया है. कमिश्रर प्रणाली लागू होने के बाद से अब तक राजधानी भोपाल और आर्थिक इंदौर में अपराधों में की संख्या में कमी है. इस प्रणाली के लागू होने के बाद पहली बार महानगरों की तर्ज पर प्रदेश के किसी जिले में पुलिस ने आधी रात को ताबड़तोड़ कार्रवाई की. यह कार्रवाई मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में हुई. 


देहात पुलिस महानिदेशक इरशाद वली और पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के दिशा निर्देशन में हुई कार्रवाई में पुलिस ने अलग-अलग अपराधों के 143 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के भोपाल और इंदौर में कमिश्नर प्रणाली को नौ दिसंबर को एक साल हो गया है. इस प्रणाली से अपराधों में आ रही गिरावट को देखते हुए पहली बार प्रदेश के किसी जिले में यह प्रयोग किया गया. 


भोपाल के नजदीकी जिले में 10 दिसंबर की रात पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की. स्थाई वारंटी इनामी बदमाशों और अन्य अपराधों में फरार आरोपियों की धरपकड़ की गई. अपराधियों की धरपकड़ के लिए 240 का बल पार्टियां बनाकर नाइट कमिंग गस्त की कार्रवाई की गई. 


सुबह चार बजे तक 200 गिरफ्तार
बता दें कि पुलिस द्वारा की गई काम्बिंग गश्त में पुलिस ने सुबह चार बजे तक कार्रवाई की. इस दौरान पुलिस ने 83 स्थायी वारंटियों को गिरफ्तार किया, जबकि गिरफ्तार वारंट में 51 फरार आरोपियों में एक, इनामी बदमाशों में दो, जिला बदल में दो, अन्य अपराधियों में चार को गिरफ्तार किया. इस तरह पुलिस ने सुबह चार बजे तक चली कार्रवाई के दौरान 143 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 


भोपाल-इंदौर में अपराधों में कमी
पुलिस कमिश्रर प्रणाली लागू होने के बाद भोपाल और इंदौर में अपराधों में कमी आई है. भोपाल पुलिस के अनुसार इस एक साल में अपराधों की संख्या में कमी है. साल 2021 में जहां ढाई हजार अपराध हुए थे, तो वहीं इस साल 2022 में यह संख्या में 1300 पर आ सिमटी है. पुलिस के मुताबिक साल 2022 में 9,500 व्यक्तियों से बाउंड भरवाए गए हैं. कमिश्रर प्रणाली लागू होने के बाद से ही अपराधियों की संख्या भी कम हो रही है.


पुलिस का मानना है कि इस प्रणाली के लागू होने से पुलिस के व्यवहार से भी आमजन संतुष्ट है. थाने में शिकायत लेकर पहुंचने वाले लोगों के पास कमिश्रर ऑफिस से फज्ञेन किया जाता है. जिसमें उनसे पुलिस के व्यवहार की जानकारी ली जाती है. इस दौरान शिकायतकर्ता पुलिस के व्यवहार से संतुष्ट नजर आते हैं. 


भोपाल में 289 नए अपराधी
बता दें कि साल 2021 में नए अपराधियों की संख्या 600 थी जबकि कमिश्रर प्रणाली लागू होने के बाद इस साल नए अपराधियों की संख्या गत वर्ष की तुलना में आधी से भी कम रह गई है. पुलिस के अनुसार साल 2022 में 289 नए अपराधी आए हैं. पुलिस के अनुसार गुम हुए बच्चों को माता पिता से मिलाने में भी तेजी आई है, पहले जहां इस मामले में 70 दिन का समय लग जाता था. वहीं अब 12 दिन में पुलिस गुम बच्चों का पता लगा लेती है. संपत्ति से जुड़े मामलों में होने वाली बरामदगी दस प्रतिशत तक बढ़ी है. चोरी हुई संपत्तियों की बरामदगी भी 10 प्रतिशत बढ़ी है.


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