Khargone Bus Accident: बीते दो दिन पहले खरगोन (Khargone) में हुए बस हादसे को लेकर सियासत तेज हो गई है. इंदौर (Indore) पहुंचे कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव (Arun Yadav) ने मीडिया से चर्चा में बताया कि मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए और घायलों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा दिया जाए. साथ ही बस मालिक पर कार्रवाई की जाए. अरुण यादव ने प्रदेश के परिवहन मंत्री पर भी सवाल उठाए हैं.


खरगोन जिले के डोंगरगांव और दसंगा के बीच बोराड़ नदी के पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए यात्रियों से भरी एक बस नीचे जा गिरी थी. इस हादसे में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि 24 लोग घायल हो गए. हादसे के बाद तुरंत ही डोंगरगांव और लोनारा के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए. ग्रामीणों ने बस के कांच को तोडक़र घायलों को बाहर निकाला और अपने निजी संसाधना से ही अस्पताल पहुंचाया.


सीएम ने यह की थी घोषणा
इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि दिए जाने और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की. इसके अलावा सामान्य रूप से घायलों को 25-25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की गई है. सीएम शिवराज ने कहा कि  शासन द्वारा घायलों के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की जाएगी.


असंवेदनशील हैं परिवहन मंत्री- अरुण यादव
उधर, पूर्व मंत्री अरुण यादव ने मीडिया से बात करते हुए प्रदेश के परिहन मंत्री पर भी सवाल उठाए. अरुण यादव ने कहा, 'अभी रास्ते में आते वक्त मैंने परिवहन मंत्री का एक ट्वीट पढ़ा था जिसमें वह कह रहे हैं कि इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं. खरगोन के डोंगरगांव की घटना में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई. इस पर प्रदेश के परिवहन मंत्री कह रहे हैं कि इस तरह की घटनाएं आम हैं और होती रहती हैं. इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश की बीजेपी सरकार और उसमें मौजूदा मंत्री कितने असंवेदनशील हैं.'


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